महनार विधानसभा सीट: RJD के लिए कठिन है डगर
साल 2015 के विधानसभा चुनावों में महनार सीट से जदयू के उमेश सिंह कुशवाहा ने बाजी मरी थी. उस वर्ष बीजेपी और जदयू आमने सामने थी.
महनार :
वैशाली जिले की महनार विधानसभा सीट पर एनडीए का प्रन्हाव रहा है. साल 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आये महनार सीट पर चुनाव रोचक हो गया है.
साल 2015 के विधानसभा चुनावों में महनार सीट से जदयू के उमेश सिंह कुशवाहा ने बाजी मरी थी. उस वर्ष बीजेपी और जदयू आमने सामने थी. बीजेपी के अच्युतानंद को 27 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. चुनाव में उमेश सिंह कुशवाहा को 69825 वोट मिले थे, जबकि अच्युतानंद के पाले में सिर्फ 43370 वोट ही मिले थे. इस सीट पर 1957 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बनारसी देवी ने जीत हासिल की थी.
अगर 2010 चुनाव के बात करें तो उस वक्त बीजेपी के उम्मीदवार डॉक्टर अच्युतानंद ने जीत दर्ज की थी. उस वक्त बीजेपी उम्मीदवार को जदयू का भी समर्थन प्राप्त था. अच्युतानंद ने लोजपा के रामा किशोर सिंह को हराया. हालांकि अगले चुनाव में इस्नको जदयू के ही हाथों हार का मुंह देखना पड़ा. इस बार के चुनाव में आरजेडी और एनडीए उम्मीदवार के बीच घमासान हो सकता है.
महनार विधानसभा क्षेत्र हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसकी आबादी 406768 है, इसमें 88.13 फीसदी ग्रामीण लोग हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति के लोगों की आबादी 21.54 फीसदी है