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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: नितिन गडकरी का दावा- एक बार फिर फडणवीस ही बनेंगे मुख्यमंत्री

इस बीच वर्ली से चुनावी मैदान में उतरे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और बप्पा से जीत का आर्शीवाद लिया

21 Oct 2019, 09:19:19 AM (IST)

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है जिसके बाद आम आदमी से लेकर कई दिग्गज नेता वोट डालने मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं. अब तक केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पियुष गोयल वोट डाल चुके हैं. इसके साथ उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी-शिवसेना इस चुनाव में भारी वोटों से जीत हासिल करेगी और देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे. पियुष गोयल ने कहा, महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन 225 सीटें जीतेगा. उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा,  विपक्ष ने सभी विश्वसनीयता खो दी है और इस मुकाबले में कहीं नहीं हैं लोग पीएम मोदी और फडनवीस के साथ हैं

Union Minister Piyush Goyal in Mumbai: I am confident that the BJP-Shiv Sena alliance will win around 225 seats, opposition has lost all credibility and is nowhere in the contest. People are with Modi ji and Fadnavis ji. #MaharashtraAssemblyPolls pic.twitter.com/ut0RRhJqyU

— ANI (@ANI) October 21, 2019

इस बीच वर्ली से चुनावी मैदान में उतरे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और बप्पा से जीत का आर्शीवाद लिया. बता दें, महाराष्‍ट्र की 288 सीटों के लिए सोमवार को 8 करोड़ 98 लाख से अधिक मतदाता 3237 उम्मीदवारों के भाग्‍य का फैसला करेंगे. इनमें करीब 1400 निर्दलीय उम्मीदवार है. चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना गठबंधन लगातार दूसरी बार सत्ता में काबिज होने की जुगत मैं है और विपक्षी कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गठबंधन पांच साल तक सत्ता से दूर रहने के बाद सत्ता में लौटने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं. चुनावी मैदान में विभिन्न दलों के 3,237 उम्मीदवारों के होने के साथ 288 सीटों के लिए होने वाले चुनावों में विशेष रूप से कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. उनमें से प्रमुख हैं, 49 वर्षीय मुख्यमंत्री देवेंद्र गंगाधरराव फडणवीस जो लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटकर सरकार के पहले गैर-कांग्रेसी प्रमुख बनकर इतिहास रचने की उम्मीद पाले हुए हैं.