Exit Poll में सूपड़ा साफ, फिर भी कांग्रेस के हौसले बुलंद
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में कांग्रेस इस बार फिर शून्य पर सिमटती नजर आ रही है. कांग्रेस को अधिकांश एग्जिट पोल में शून्य सीटें दी गई हैं.
नई दिल्ली:
दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में कांग्रेस इस बार फिर शून्य पर सिमटती नजर आ रही है. कांग्रेस को अधिकांश एग्जिट पोल में शून्य सीटें दी गई हैं. भले ही कांग्रेस का इस विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ हो रहा हो लेकिन उसके हौसले बुलंद है. कांग्रेस अभी से किंगमेकर के सपने देखने लगी है. कांग्रेस के नेता भी कुछ इसी तरह के बयान देने लगे हैं.
कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद यह तय किया जाएगा कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करती है या नहीं. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के रिजल्ट सही नहीं हैं. जैसा सर्वे में दिखाया जा रहा है, कांग्रेस उससे अच्छा प्रदर्शन करेगी. गौरतलब है कि 2013 के विधान सभा चुनाव परिणा के बाद भी कांग्रेस आम आदमी पार्टी को समर्थन दे चुकी है. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी को उस चुनाव में 28 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस को 8 सीटें मिली थी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए साथ मिलकर सरकार बना ली थी. हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी. महज तीन महीने बाद ही अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया और दोबारा हुए चुनाव में कांग्रेस का दिल्ली से सूपड़ा साफ हो गया. कांग्रेस के 2015 के चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी.