मेघालय में कांग्रेस ने राज्यपाल को सौंपा पत्र, सरकार बनाने का पेश किया दावा
मेघालय कांग्रेस अध्यक्ष विंसेंट पाला और कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी ने देर रात ही राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की और राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने की दावेदारी वाला पत्र सौंप दिया।
नई दिल्ली:
मेघालय चुनाव में त्रिशंकु परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने त्तपरता दिखाते हुए पहले ही राज्यपाल से मुलाक़ात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। कांग्रेस मेघालय को लेकर गोवा और मणिपुर जैसी भूल नहीं दोहराना चाहती है।
इसलिए मेघालय कांग्रेस अध्यक्ष विंसेंट पाला और कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी ने देर रात ही राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की और राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने की दावेदारी वाला पत्र सौंप दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने पत्र सौंपने की जानकारी देते हुए कहा, 'हमने लेटर राज्यपाल को सौंप दिया है, जिसमें कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए निमंत्रण देने की मांग की गई है। मेघालय चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर आई है इसलिए हमें सरकार बनाने का न्यौता मिलना चाहिए। हम दूसरी पार्टियों के साथ भी सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं।'
बता दें कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया था जबकि मेघालय चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाली एनपीपी केंद्र और मणिपुर में बीजेपी की सहयोगी है। ऐसे में कांग्रेस के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के पास जाने का ही रास्ता बचता है।
एनपीपी प्रमुख कोनार्ड संगमा ने कहा, 'हमें उम्मीद है कि हम सरकार बनाने में सफल होंगे। लोग भ्रष्ट कांग्रेस सरकार से हताश हैं और बदलाव की ओर देख रहे हैं।'
ज़ाहिर है कि 59 सीट पर हुए इस चुनाव में कांग्रेस को 21 सीट मिली है यानी कि सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है।
वहीं नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को 19 सीट जबकि बीजेपी को महज 2 सीट मिली है। बीजेपी ने यहां 47 सीट पर अपने कैंडिडेट्स उतारे थे।
मेघालय में कुल 60 विधानसभा सीट है और आईईडी विस्फोट में राकांपा के एक उम्मीदवार की मौत के कारण एक सीट पर चुनाव स्थगित किए जाने की वजह से चुनाव 59 सीट पर हुई है। ऐसे में सरकार बनाने के लिए 30 का जादुई आंकड़ा छूना ज़रूरी है।
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