.

असम में बोले JP नड्डा- पीएम मोदी ने किसी को धर्म के आधार पर नहीं देखा

देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तेज हो गई है. सत्ता में काबिज होने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से जुटी हैं. इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने असम के धुबरी में जनसभा को संबोधित किया.

News Nation Bureau
| Edited By :
30 Mar 2021, 04:34:32 PM (IST)

नई दिल्ली:

देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तेज हो गई है. सत्ता में काबिज होने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से जुटी हैं. इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने असम के धुबरी में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि जो बहनें चाय बागानों में काम करती हैं, जब वो प्रसूति की अवस्था में होती हैं, तो उन्हें 12,000 रुपये उनकी देखभाल के लिए देने का काम असम सरकार ने किया. हमने तय किया है कि चाय बागान में काम करने वाली बहनों को अब प्रसूति अवस्था में 18,000 रुपये दिए जाएंगे.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मैं एक बात बड़े स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि ये नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने कभी भी किसी को धर्म के आधार पर नहीं देखा. हमेशा सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के आधार पर काम किया. धर्म के आधार पर चलने वाली पार्टियों के साथ समझौता करने का काम कांग्रेस ने पकड़ा है. चाहे वो केरल हो, बंगाल हो या असम हो. ये भाजपा ही है जो असम की अस्मिता की रक्षा करना अपना धर्म समझती है और उसको लेकर ही आगे बढ़ रही है.

नड्डा ने आगे कहा कि भारत को बदनाम करने के लिए टूलकिट के माध्यम से एक षड्यंत्र रचा गया. भारत की चाय और योग को दुनिया में बदनाम करने की योजना बनाई गई. भारत की चाय और योग को बदनाम करने का काम करने वाले लोगों को संरक्षण देने का काम कांग्रेस के लोग कर रहे थे. कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालियेपन पर पहुंच गई है. आज केरल और बंगाल दोनों जगह चुनाव हो रहे हैं. एक जगह कांग्रेस CPM के साथ चुनाव लड़ रही है और दूसरी जगह CPM के खिलाफ चुनाव लड़ रही है.

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने असम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस की सरकार में असम के विकास के लिए 94 हजार करोड़ रुपये दिया गया. 14वें वित्त आयोग में मोदी जी की सरकार में 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये असम के विकास के लिए दिया गया.