अमनौर विधानसभा सीटः RJD के लिए एक चुनौती
अमनौर को विधानसभा सीट वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद तरैया और मढ़ैरा विधानसभा क्षेत्रों से अलग कर के बनाया गया था.
अमनौर:
अमनौर विधानसभा सीट राज्य के सारण जिले के अंतर्गत आता है. अमनौर को विधानसभा सीट वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद तरैया और मढ़ैरा विधानसभा क्षेत्रों से अलग कर के बनाया गया था. बता दें इस सीट से अभी तक मात्र दो बार चुनाव हुआ है. पहली बार वर्ष 2010 के चुनाव में यह सीट जेडीयू के खाते में गयी थी और 2015 में बीजेपी के खाते में गई. 2010 में जेडीयू उम्मीदवार कृष्ण कुमार मंटू ने निर्दलीय उम्मीदवार सुनील कुमार को 10 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. वहीं 2015 के चुनावों में बीजेपी के शत्रुघन तिवारी ने जेडीयू के कृष्ण कुमार मंटू को हराया था.
परिसीमन के बाद से ही यह क्षेत्र बीजेपी और जदयू के दबदबे वाली रही है. इसीलिए माना जा रहा है कि यहाँ पर मुकाबला रोचल होने वाला है क्योंकि राजद भी इस सीट पर खाता खोलने के लिए कमर कस रही है. इस बार आरजेडी के सामने बीजेपी-जेडीयू संयुक्त रूप से उम्मीदवार उतारेगी, ऐसे में मुकाबला रोचक होगा.
2011 की जनगणना के मुताबिक यहां करीब 351739 आबादी है. इसमें 12.74 फीसदी लोग अनुसूचित जाति से आते हैं.