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Delhi Assembly Election 2020: कांग्रेस की गढ़ में AAP ने लहराया था परचम, जानें कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के बारे में

कालकाजी विधानसभा में 2008 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा विधायक चुने गए थे

Sushil Kumar | Edited By :
07 Jan 2020, 04:36:43 PM (IST)

नई दिल्ली:

दिल्ली में 8 फरवरी को मतदान है. चुनाव आयोग ने तारीख का ऐलान करते हुए कहा कि तीन दिन बाद 11 फरवरी को मतों की गणना होगी. दिल्ली में कुल विधानसभा सीटों की संख्या 70 है. कालकाजी विधानसभा क्षेत्र (51) में वर्तमान में आम आदमी पार्टी के नेता अवतार सिंह कालका ने जीत दर्ज की थी. कालका ने बीजेपी उम्मीदवार हरमीत सिंह को 2015 में 19769 वोटों से हराया था. आइए जानते हैं कालकाजी विधानसभा क्षेत्र (51) के बारे में.

कालकाजी विधानसभा में 2008 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा विधायक चुने गए थे. 2013 के चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. लेकिन केजरीवाल ने 49 दिनों के बाद ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था. 2015 में फिर से चुनाव कराया गया. 2015 में आम आदमी पार्टी को जबर्दस्त जीत हासिल हुई थी. आप नेता अवतार सिंह कालका ने बीजेपी उम्मीदवार हरमीत सिंह को शिकस्त दी थी. दोनों के बीच मतों का अंतर 19769 था.

अवतार सिंह कालका को कुल 55104 वोट मिले थे. वहीं हरमीत सिंह को 35335 वोट मिले थे. कुल वोट की प्रतिशत 64.85 थी. कालकाजी विधानसभा में कुल 164308 1 लाख 64 हजार 3 सौ 8 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 92072 है, वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 72236 है. 1972 में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र बनाया गया. इस सीट पर कांग्रेस ने लगतार 4 बार, जबकि कुल 5 बार जीत हासिल की है.

प्रमुख समस्याएं

इस विधानसभा में काफी संख्या में झुग्गियां हैं. झुग्गी वालों को मकान देने की बात अबतक सभी सरकारें करती रही हैं, लेकिन अभी तक झुग्गी वालों को निराशा हाथ लगी है. बीजेपी इस बार जहां झुग्गी वहीं मकान देने का वादा कर रही है. वहां के लोगों को मुलभूत सुविधाएं भी सही से नहीं मिल पा रही हैं.

जनता की उम्मीदें
सरकार किसी की भी बने, लेकिन जनता को सिर्फ विकास पर भरोसा है. जनता विकास के नाम पर वोट करना चाहती है. लोगों को अच्छे स्वास्थ्य, बच्चों के लिए शिक्षा, सड़क, पानी, सुरक्षा, परिवहन, जाम से छुटकारा, युवाओं को रोजगार मिले. अबकी बार जनता इन्हीं मुद्दों पर बदन दबाएगी.