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पटियाला हिंसा: CM भगवंत मान ने की बड़ी कार्रवाई, हटाए गए IG, SSP और SP

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सीमा जानकारी पटियाला हिंसा मामले में बड़े पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरा दी है.  मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए पंजाब सरकार ने  आईजी, एसएसपी और एसपी तीनों को हटा दिया है. सीएम ऑफिस की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पटियाला रेंज के आईजी, पटियाला के एसएसपी और SP हटा दिए गए हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
30 Apr 2022, 11:07:26 AM (IST)

highlights

  • पटियाला हिंसा मामले में पंजाब सरकार ने की बड़ी कार्रवाई
  • पटियाला के आईजी, एसएसपी और एसपी सभी हटाए गए
  • खालिस्तान समर्थक और हिंदूवादी संगठनों में हुआ था टकराव

नई दिल्ली:

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant mann) ने पटियाला हिंसा मामले में बड़े पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरा दी है. मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब सरकार ने पटियाला के आईजी, एसएसपी और एसपी तीनों को हटा दिया है. सीएम ऑफिस से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पटियाला रेंज के आईजी, पटियाला के एसएसपी और SP हटा दिए गए हैं. उनके स्थान पर खविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला रेंज का आईजी बनाया गया है. वहीं, दीपक पारीक को पटियाला का एसएसपी और वजीर सिंह को पटियाला का एसपी बनाया गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर ये बदलाव किए गए हैं. 

हाई लेवल बैठक में ही मुख्यमंत्री भगवंत मान दिखाया था सख्त रुख
पटियाला हिंसा मामले में मान सरकार एक्शन में है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक हाई लेवल बैठक बुलाई. DGP समेत अन्य बड़े अधिकारियों को किया तलब किया . मुख्यमंत्री ने डीजीपी चीफ सेक्रेटरी और कई बड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को नसीहत दी कि पंजाब विरोधी ताकतों को शांति भंग करने से रोका जाए. कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाना चाहिए.  दो पक्षों हुआ था संघर्ष गौरतलब है कि पंजाब के पटियाला में शुक्दोरवार को दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी. जुलूस निकालने को लेकर एक हिंदू संगठन और सिख संगठन के बीच झड़प से माहौल तनावपूर्ण हो गया था. इस  घटना में एक SHO समेत तीन लोग घायल हो गए थे. दरअसल, दोनों समुदायों को जुलूस निकालने  की इजाजत नहीं थी. बताया जा रहा है कि खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने शुक्रवार को खालिस्तान स्थापना दिवस मनाने का ऐलान किया था और शिवसेना बाल ठाकरे नामक स्थानीय हिंदू संगठन ने इसका जमकर विरोध किया. पुलिस ने इस दौरान दोनों तरफ से लोगों को रोकने का प्रयास किया. इस रैली के दौरान कुछ लोगों ने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाते देखे गए थे.