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उत्तर प्रदेश : प्रेम-प्रसंग को लेकर भाई ने बहन को कुल्हाड़ी से मारा

उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद में 15 वर्षीय बहन के प्रेम-प्रसंग से नाराज 17 वर्षीय भाई ने कथित रूप से कुल्हाड़ी से वार कर बहन की हत्या कर दी. किशोरी ने लड़के के साथ अपने रिश्ते को खत्म करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद भाई उसकी जान का दुश्मन बन बैठा.

News Nation Bureau
| Edited By :
24 Mar 2021, 05:47:31 PM (IST)

फरुखाबाद:

उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद में 15 वर्षीय बहन के प्रेम-प्रसंग से नाराज 17 वर्षीय भाई ने कथित रूप से कुल्हाड़ी से वार कर बहन की हत्या कर दी. किशोरी ने लड़के के साथ अपने रिश्ते को खत्म करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद भाई उसकी जान का दुश्मन बन बैठा. फरुखाबाद के पुलिस अधीक्षक एके मीणा ने कहा कि लड़के ने अपनी बहन की हत्या करने का अपराध स्वीकार कर लिया और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. लड़की के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और कमलगंज पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई है.

चूंकि कथित आरोपी एक किशोर है, इसलिए उसे बुधवार को जुवेनाइल बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा. किशोर ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बहन को कई बार लड़के से दूर रहने की सलाह दी थी, लेकिन वह सुनने के लिए तैयार नहीं थी. मंगलवार को भाई-बहन के बीच इस बात को लेकर तीखी बहस हुई और भाई ने बाद में लड़की को अपने घर के पिछवाड़े में बुलाया जहां उसने उस पर कुल्हाड़ी से वार कर उसकी जान ले ली. 

आरुषि गैंगरेप हत्याकांड में तीनों गुनहगारों को फांसी, जुर्माना भी लगाया

बुलंदशहर के बहुचर्चित आरुषि गैंगरेप और हत्याकांड मामले में बड़ा फैसला आया है. केस में पॉक्सो कोर्ट (Pocso Court) ने तीनों गुनहगारों को फांसी की सजा सुनाई है. तीनों अभियुक्तों पर अर्थदंड भी लगाया गया है. छात्रा के परिजनों ने कोर्ट के फैसले को न्याय की जीत करार दिया है. गौरतलब है कि इस पूरी घटना ने उत्तर प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया था. चलती कार में गैंगरेप और हत्याकांड की घटना से पुलिस (UP Police) के भी होश उड़ गए थे. मामले में सिकंदराबाद निवासी आरोपी इजराइल, जुल्फिकार और दिलशाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.

ट्यूशन से लौटते वक्त किया गया छात्रा को अगवा

गौरतलब है कि 2 जनवरी 2018 को नगर के चांदपुर रोड की रहने वाली इंटरमीडिएट की 17 वर्षीय छात्रा का कार सवार तीन युवकों ने अपहरण कर लिया था. वह ट्यूशन पढ़कर घर लौटते समय अगवा की गई थी. इसके बाद उसके साथ गैंगरेप किया गया फिर हत्या कर दी गई. चलती कार में एनएच H-91 पर आरुषि के साथ बारी-बारी से दरिंदगी की गई थी. 4 जनवरी 2018 को दादरी कोतवाली क्षेत्र के रजवाहे में आरुषि का अज्ञात शव पड़ा मिला था. पुलिस जांच के बाद शव की शिनाख्त हुई और गैर समुदाय के तीन दरिंदों को परिजनों ने गैंगरेप और हत्या में नामजद कराया था. अब दो वर्ष की सुनवाई के बाद कोर्ट से आरुषि को इंसाफ मिल गया है. मां ने कहा कि वह दरिंदों को फांसी पर लटकता देखना चाहती हैं.