रोहित शेखर मर्डर में तंत्र-मंत्र कनेक्शन, जानिए क्या है 9 गद्दों का राज
अब पुलिस इस मामले में और सबूत जुटाने के लिए उसका नार्को टेस्ट भी करा सकती है, ताकि उसके खिलाफ वैज्ञानिक सबूत भी जुटाए जा सके.
नई दिल्ली:
Rohit Shekhar Tiwari Murde Case: एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (Rohit Shekhar Tiwari) की हत्या की जांच के दौरान रोज नए खुलासे हो रहे हैं. रोहित की हत्या के बाद उनकी पत्नी अपूर्वा शुक्ला ने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया था जिसके बाद पुलिस ने अपूर्वा को गिरफ्तार कर लिया था. अब पुलिस इस मामले में और सबूत जुटाने के लिए उसका नार्को टेस्ट भी करा सकती है, ताकि उसके खिलाफ वैज्ञानिक सबूत भी जुटाए जा सके. इन सबके अलावा पुलिस रोहित के घर में पाए गए 9 गद्दों के बारे में जानकारी जुटा रही है.
उज्जवला को है तंत्र-मंत्र में यकीन
रोहित शेखर तिवारी (Rohit Shekhar Tiwari) की हत्या को क्राइम ब्रांच तंत्र-त्र के एंगल से भी जांच रही है. जांच में शामिल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपूर्वा शुक्ला तिवारी तंत्र-मंत्र में भी यकीन रखती है. अपूर्वा मांगलिक थी जबकि रोहित शेखर भी मांगलिक था दोनों की शादी के बाद दोनों में अनबन रहने लगी जिसके चलते अपूर्वा शादी के कुछ दिन बाद रोहित से रूठकर इंदौर चली गई थी. उसके घर से जाने के बाद रोहित की मां उज्जवला ने घर में हवन-पूजन भी करवाया था.
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अपूर्वा के मोबाइल से काफी चीजे डीलीट मिली
इस मर्डर केस की जांच कर रही दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम अपूर्वा शुक्ला का मोबाइल फोन भी खंगाल रही है. अपूर्वा ने अपने मोबाइल से काफी चीजें डिलीट कर दी थीं. कॉल डिटेल में ये बात सामने आई है कि वह रोहित को दिन में पांच से छह बार कॉल करती थी. पुलिस इसका भी पता लगा रही है कि पेशे से वकील होने के बावजूद अपूर्वा के पास इतनी कम कॉल क्यों आती थीं.
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प्रॉपर्टी विवाद भी हो सकती है रोहित की हत्या के पीछे
रोहित शेखर तिवारी (Rohit Shekhar Tiwari) की हत्या की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम प्रॉपर्टी के एंगल से भी जांच कर रही है. जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों की मानें तो रोहित शेखर, उनकी मां उज्जवला और भाई सिद्धार्थ तीनों के नाम से कुल छह करोड़ रुपये की फिक्सड डिपॉजिट (FD) है. उत्तराखंड में उज्जवला के नाम से एक फॉर्म हाउस भी है जिसे उज्जवला ने बताया था कि कई साल पहले गांव की जमीन बेचकर देहरादून में फार्म हाउस खरीदा गया था. उज्जवला ने ये भी बताया था कि उन्होंने अपनी वसीयत में फार्म हाउस रोहित और सिद्धार्थ के नाम कर दिया था लेकिन अभी तक जांच में वसीयत नहीं दिखाई दी है और जांच के दौरान एनडी तिवारी के खाते में पुलिस को सिर्फ 10 हजार रुपये मिले हैं.