जेट के पास बचे सिर्फ 14 विमान, अंतर्राष्ट्रीय परिचालन पर छाया संकट
अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए सरकार जेट एयरवेज के अंतर्राष्ट्रीय परिचालन के हालात की निगरानी कर रही है
नई दिल्ली:
अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए सरकार जेट एयरवेज के अंतर्राष्ट्रीय परिचालन के हालात की निगरानी कर रही है. यह जानकारी गुरुवार को आधिकारिक सूत्रों ने दी. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एयरलाइन इस समय सिर्फ 14 विमानों का परिचालन कर रही है, जबकि पिछले सप्ताह कंपनी के परिचालन में 26 विमान थे. विमानों की संख्या घटने से अंतर्राष्ट्रीय परिचालन रद्द हो सकती है.
हालांकि एयरलाइन ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की. नियमों के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन करने के लिए एयरलाइन के पास कम से कम 20 विमान होने चाहिए.
हाल तक एयरलाइन 26 विमानों का परिचालन करती थी जिनमें लंदन, टोरंटो, सिंगापुर, एम्स्टर्डम, पेरिस, बैंकॉक और घरेलू क्षेत्र में मुंबई-दिल्ली व अन्य जगहों की उड़ानों के के लिए एयरबस ए-330, बोइंग-777, 737-800 और एटीआर शामिल थे.
इन 26 विमानों में से कंपनी के पास 16 विमान हैं. जेट एयरवेज गंभीर नकदी संकट से जूझ रही है जिसके कारण इसका परिचालन प्रभावित हुआ है और कई विमान परिचालन से बाहर हो गए हैं.