चीन के साथ व्यापार वार्ता पर बोले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, 'बहुत अच्छी चल रही है'
ट्रम्प ने चीन से आयातित वस्तुओं पर ऊंचे आयात शुल्क की नयी कार्रवाई की अपनी योजना को स्थगित कर आपस में व्यापार संबंधी मसले को बातचीत से सुलझाने का समय दिया है.
नई दिल्ली:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार के मुद्दों पर आपसी बातचीत ‘अच्छी चल रही है.' ट्रम्प ने चीन से आयातित वस्तुओं पर ऊंचे आयात शुल्क की नयी कार्रवाई की अपनी योजना को स्थगित कर आपस में व्यापार संबंधी मसले को बातचीत से सुलझाने का समय दिया है. उन्होंने इसके लिए 1 मार्च तक का समय रखा है. दोनों देशों के अधिकारियों की दो दिन की बैठक बीजिंग में बृहस्पतिवार को शुरू हुई है. ट्रम्प ने इसी संदर्भ में व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार ने , ‘बातचीत के लिए लोगों की एक बड़ी टीम चीन भेजी है, ये लोग बहुत समझदार लोग हैं..वे वहां इस समय चीन के साथ सौदे पर बातचीत कर रहे हैं.'
राष्ट्रपति ने कहा कि चीन के साथ व्यापार समझौते की बातचीत ‘बहुत अच्छी चल रही है.' उन्होंने कहा, 'चीन अब अमेरिका को बहुत अधिक सम्मान दे रहा है.' उन्होंने कहा कि 'पहले की तुलना में यह बहुत बड़ा फर्क है.'
इससे पहले ट्रंप ने मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'चीन के साथ चीजें बेहतर चल रही हैं. चीन बड़ी शिद्दत से हमारे साथ समझौता करना चाहता है. मैं चाहता हूं कि यह समझौता वास्तविक हो, मैं नहीं चाहता कि यह समझौता दिखावटी हो जो सिर्फ एक साल तक अच्छा लगे. हमारे पास चीन के साथ बेहतर और वास्तविक समझौता करने का मौका है.'
अमेरिका ने अपने व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और वित्त मंत्री स्टीफन म्यूचिन को चीन के साथ बातचीत के लिए बीजिंग भेजा है. चीन के वार्ता-दल का नेतृत्व वहां के मुख्य आर्थिक विशेषज्ञ लियू हे कर रहे हैं.
राष्ट्रपति ट्रम्प ने इससे पहले संकेत दिया था कि सहमति बनती नजर आयी तो वह समझौते के लिए एक मार्च की तारीख बढ़ा भी सकते हैं. ट्रम्प सरकार ने चीन के खिलाफ नये प्रशुल्क लगाने का इरादा गत दिसंबर में अचानक स्थगित कर दिया था और मामले को बातचीत से सुलझाने के लिए 1 मार्च 2019 तक का समय दिया था.
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पहले वह चीन से आयात होने वाली 200 अरब डालर की वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाने वाले थे. दोनों देशों ने एक दूसरे के खिलाफ कुल मिला कर 360 अरब डालर के विभिन्न प्रकार के माल पर पहले ही शुल्क बढ़ा रखा है.