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मोदी सरकार को झटका, IMF ने घटाया जीडीपी का अनुमान

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मौजूदा फाइनैंशियल ईयर के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ को घटा दिया है। आईएमएफ ने 2016-17 के लिए भारत के जीडीपी को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है।

16 Jan 2017, 09:53:54 PM (IST)

highlights

  • अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मौजूदा फाइनैंशियल ईयर के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ को घटा दिया है
  • आईएमएफ ने 2016-17 के लिए भारत के जीडीपी को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है

New Delhi:

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मौजूदा फाइनैंशियल ईयर के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ को घटा दिया है। आईएमएफ ने 2016-17 के लिए भारत के जीडीपी को 7.6 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी कर दिया है।

नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले संभावित उल्टे असर को देखते हुए आईएमएफ ने जीडीपी अनुमान में कटौती की है। नोटबंदी के बाद विश्व बैंक, संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य रेटिंग एजेंसिया भारत के जीडीपी अनुमान में कटौती कर चुकी हैं। आईएमएफ ने वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक अपडेट जारी करते हुए आईएमएफ ने अगले वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर को 0.4 फीसदी घटा दिया है।

हालांकि आईएमएफ ने उम्मीद जताई है कि 2016 में अर्थव्यवस्था की सुस्त चाल के अगले दो सालों में ठीक होने की उम्मीद है। आईएमएफ के मुताबिक खासकर विकासशील देशों के बाजार अगले वर्षों में तेजी दिखा सकते है।

वैश्विक वृद्धि दर का अनुमान 3.1 फीसदी ही रखा गया है। अक्टूबर 2016 में भी इतनी ही वृद्धि दर का अनुमान जताया गया था। इससे पहले विश्व बैंक ने देश के जीडीपी अनुमान को 7.6 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया है। विश्व बैंक के बाद रेटिंज एजेंसी फिच ने भी देश के जीडीपी अनुमान में कटौती कर दी है।

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इससे पहले 2016 जून में विश्व बैंक देश की जीडीपी का अनुमान 7.6 फीसदी रखा था। विश्व बैंक ने कहा, 'वित्त वर्ष 2017 में भारत का ग्रोथ रेट 7 फीसदी रहने का अनुमान है।' 8 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने तत्काल प्रभाव से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बैन कर दिया था। प्रधानमंत्री के इस फैसले के बाद कई रेटिंग एजेंसियां देश के जीडीपी अनुमान में कटौती कर चुकी है।

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