.

नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन से इकोनॉमी को बेअसर रखने के लिए सरकार ले सकती है ये फैसला

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महामारी की दूसरी लहर से गरीबों की आजीविका पर काफी खराब असर पड़ सकता है. ऐसे में सरकार के द्वारा आने वाला यह पैकेज गरीबों के लिए संजीवनी का काम कर सकता है.

News Nation Bureau
| Edited By :
15 Apr 2021, 12:22:30 PM (IST)

highlights

  • मीडिया रिपोर्ट्स मोदी सरकार अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए एक और राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है
  • पिछले साल 26 मार्च 2020 से 17 मई 2020 के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान किया था

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में भारी उछाल आने के बाद अर्थव्यवस्था में आई रिकवरी बरकरार रहे इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एक बड़ा कदम उठा सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोदी सरकार अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए एक और राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है. गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से बहुत से राज्य नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन जैसे उपाय कर रहे हैं. इन हालात में अर्थव्यवस्था में आए सुधार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महामारी की दूसरी लहर से गरीबों की आजीविका पर काफी खराब असर पड़ सकता है. ऐसे में सरकार के द्वारा आने वाला यह पैकेज गरीबों के लिए संजीवनी का काम कर सकता है. 

यह भी पढ़ें: कोरोना काल: गैर-बासमती चावल का एक्सपोर्ट 129 फीसदी बढ़ा

पिछले साल 26 मार्च 2020 से 17 मई 2020 के बीच किया था राहत पैकेज का ऐलान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड की वजह से प्रभावित हुई कारोबारी गतिविधियों में सुधार लाने के मकसद से पिछले साल 26 मार्च 2020 से 17 मई 2020 के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने राहत पैकेज का ऐलान किया था. उस दौरान केंद्र सरकार ने 20.97 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी. बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमण ने विकराल रूप धारण कर लिया है. इस घातक वायरस ने देश में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. गुरुवार को कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिला है. बीते 24 घंटे में देश में 2 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित नए मरीज सामने आए हैं, जो अब तक का रिकॉर्ड है. बता दें कि लगातार 36वें दिन कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. नए केस आने के बाद अब देश में संक्रमित लोगों की संख्या 1,40,74,564 हो गई है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार कोविड 19 वैक्सीन के इंपोर्ट पर लगने वाली बेसिक कस्टम ड्यूटी को खत्म करने का फैसला ले सकती है.

वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने के लिए विचार कर रही है सरकार 
सरकार की ओर से वैक्सीन का घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न स्रोतों से फंडिंग सहायता मुहैया कराने पर भी विचार किया जा रहा है. इसके अलावा कोविड 19 वैक्सीन की सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार विचार कर रही है. बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान 1,038 मरीजों की मौत हुई है, जो 18 अक्टूबर, 2020 के बाद सबसे ज्यादा है. इन मरीजों की मौत के बाद अब देश में कोविड महामारी से मरने वालों मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 1,73,123 पहुंच गया है. साथ ही संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर और घटकर 1.23 प्रतिशत हो गई है.