पेट्रोल हो सकता है 10 रुपये तक सस्ता, सरकार उठा रही यह कदम
केंद्र सरकार मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन को जल्द बाजार में लाने की तैयारी कर रही है. अगर सरकार इसमें सफल हो जाती है तो पेट्रोल की कीमत 10 रुपये तक सस्ती हो सकती है. इसके साथ ही प्रदूषण में भी काफी कमी आएगी.
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार पिछले काफी समय से मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन को बाजार में लाने की योजना बना रही है. इसके लिए सरकार की ओर से कई उपाय भी किए गए हैं. अगर सरकार अपनी इस महत्वकांक्षी योजना में सफल हो जाती है तो पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 10 रुपये तक का असर देखने को मिलेगा. इसका सबसे ज्यादा असर प्रदूषण पर भी देखने को मिलेगा. अगर सरकार अपनी इस योजना में सफल हो जाती है तो प्रदूषण में भी 30 फीसद तक की गिरावट देखने को मिलेगा. फिलहाल दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के (Petrol Price Today) दाम 74.63 रुपये पर है. वहीं, डीजल (Diesel Price Today) के दाम 5 पैसे बढ़कर 66.99 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए है.
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जल्द मिलेगा मेथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन
केंद्र सरकार इस योजना पर तेजी के काम कर रही है. हाल ही में रोड ट्रांसपोर्ट एवं हाइवे मिनिस्टर नितिन गडकरी ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लेटर में लिखा है कि वह देश भर में मेथेनॉल ब्लेंडेड फ्यूल उपलब्ध कराएं. इसका एक फायदा यह भी होगा कि कच्चे तेल का आयात भी कम हो सकेगा, जिससे भारत को हर साल करीब 5 हजार करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलेगी.
फिलहाल एथेनॉल का होगा है इस्तेमाल
इस समय देश में 10 फीसदी एथेनॉल ब्लेंडेड ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है. इस एथेनॉल की लागत 42 रुपये प्रति लीटर के करीब है, जोकि बहुत ज्यादा है. इसलिए सरकार एथेनॉल की बजाए मेथेनॉल पर काम कर रही है. मेथेनॉल की कीमत सिर्फ 20 रुपये प्रति लीटर है. इंडियन ऑयल पहले ही मेथेनॉल ब्लेंडड फ्यूल बना रही है. इसमें 15 फीसदी मेथेनॉल और 85 पेट्रोल है.
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2030 तक बचेंगे 100 अरब डॉलर
इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री ने पूरा प्लान तैयार किया है. नितिन गडकरी का कहना है कि इस योजना के लिए अब आगे का काम पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से किया जाना है. इसके नीति आयोग से बातचीत की जा रही है. नीति आयोग के एक सदस्य के मुताबिक ईंधन में 15 फीसदी मेथेनॉल ब्लेंड करने पर 2030 तक 100 अरब डॉलर की बचत की जा सकेगी.