प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार का बड़ा फैसला- तय की भंडारण सीमा
देश में प्याज के दाम सातवें आसमान पर है. प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर उपभोक्ता मामलों की सचिव लीना नंदन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
नई दिल्ली:
देश में प्याज के दाम सातवें आसमान पर है. प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर उपभोक्ता मामलों की सचिव लीना नंदन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने कारोबारियों के लिए भंडारण सीमा तय की. सरकार ने प्याज के खुदरा व्यापारियों के लिये 2 टन और थोक कारोबारियों के लिये 25 टन भंडार सीमा तय की.
सचिव लीना नंदन ने कहा कि प्याज को लेकर निर्णायक फैसले लेना जरूरी है. सरकार प्याज का आयात उन देशों से करेगा, जहां प्याज का उत्पादन होता है. स्टॉक लिमिट लगाया गया है. सरकार के पास आंकड़े नहीं है कि कितनी जमाखोरी की गई है.
We've taken some steps to counter that. This is the first time when we've created a buffer stock of 1 lakh metric tonnes of onions to take care of rising price by the calibrated release of that stock: Leena Nandan, Secretary, Consumer Affairs Department https://t.co/7mBPmvAcFP
— ANI (@ANI) October 23, 2020
उन्होंने आगे कहा कि कोई प्याज का होर्डिंग नहीं कर सकता, जो कर रहा उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा. प्याज की बढ़ती कीमत चिंताजनक है. बारिश के चलते 6 लाख मीट्रिक टन प्याज का उत्पादन प्रभावित हुआ है. राज्यों ने इसकी जानकारी दी है. सरकार ने खुदरा व्यापारियों के लिए प्याज दो टन और थोक व्यापारियों के लिए 25 टन की स्टॉक लिमिट लगाई.
उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया से कहा कि प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने और जमाखोरी रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा त्वरित कदम उठाए गए हैं. थोक विक्रेताओं के लिए प्याज की स्टॉक लिमिट को 25 मीट्रिक टन व खुदरा व्यापारियों के लिए 2 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है.