.

बैंकों के काम से खुश नहीं हैं लोग, ये आंकड़े तो यही बताते हैं

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India-RBI) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई 2019 से 22 दिसंबर 2019 के दौरान 1.46 लाख शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
17 Jan 2020, 10:27:07 AM (IST)

नई दिल्ली:

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India-RBI) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई 2019 से 22 दिसंबर 2019 के दौरान 1.46 लाख शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. ग्राहकों ने ये शिकायतें शिकायत प्रबंधन प्रणाली (CMS) के जरिए की हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिकायतों की इतनी अधिक तादाद को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि देश की बैंकिंग सेवा से जुड़े कस्टमर बैंकों की कार्यप्रणाली से खासे नाराज हैं.

यह भी पढ़ें: संयुक्त राष्ट्र ने भी भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाया, जानें क्या है वजह

SBI के खिलाफ 41,810 शिकायतें मिलीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल 26 जून को रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी वेबसाइट पर शिकायत प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत की थी. जानकारी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें मिली हैं. SBI के खिलाफ सबसे ज्यादा 41,810 शिकायतें रिजर्व बैंक (Reserve Bank) को मिली हैं. इसके अलावा प्राइवेट बैंक (Private Bank) एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें मिली हैं.

यह भी पढ़ें: Gold Rate Today: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सोने-चांदी में क्या बनाएं रणनीति, देखें टॉप ट्रेडिंग कॉल्स

इन शहरों से सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गईं
रिजर्व बैंक (RBI) को दिल्ली, इलाहाबाद, वाराणसी, रांची, गुरुग्राम, लखनऊ, पटना और नोएडा से 17,000 से ज्यादा शिकायतें मिली हैं. शिकायतें दर्ज कराने वाले टॉप 10 जिलों में नई दिल्ली, बेंगलुरु शहरी, मुंबई, मुंबई सबअर्बन, पुणे, चेन्नई, जयपुर, पटना, गुरुग्राम, और महाराष्ट्र का थाणे शामिल है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, फंड ट्रांसफर, UPI और क्यूआर कोड के जरिए पैसा निकालने और फंड ट्रांसफर जुड़ी शिकायतें सबसे ज्यादा दर्ज की गई हैं. रिजर्व बैंक के नए सिस्टम में इनसे जुड़ीं 39,462 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं.