पटना, 24 जून (आईएएनएस)। जदयू सांसद दिलेश्वर कामैत ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश की जनता इस बात को भली-भांति जानती है कि पहले सूबे की स्थिति कैसी थी और आज कैसी है। आज प्रदेश में चौतरफा विकास की बयार बह रही है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाना चाहिए।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि पहले लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थीं। प्रदेश की ऐसी दयनीय स्थिति थी कि लोगों को खाद्य और स्वास्थ्य जैसी जरूरतों के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। लेकिन, आज हालात बिल्कुल अलग हैं। आज की तारीख में बिहार में चौतरफा विकास हो रहा है। स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक में सरकार ने अभूतपूर्व काम किए हैं, जिसकी तारीफ हर शख्स कर रहा है। आज की तारीख में सूबे का हर शख्स सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत है। लोगों के बीच में सरकार को लेकर विश्वास का माहौल है। पहले लोगों को सरकार पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं था। लेकिन, आज ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आज लोगों को यह विश्वास है कि अगर उनके जीवन में कोई संकट आए, तो सरकार निश्चित तौर पर उनके साथ खड़ी रहेगी।
उन्होंने कहा कि 2005 का वो दौर आज भी सूबे की जनता नहीं भूली है, जब लोगों का घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो चुका था। लोगों को ऐसा लगता था कि अब हम एक ऐसे प्रदेश में रह रहे हैं, जहां सरकार का शासन ही नहीं है। लेकिन, आज स्थिति ऐसी नहीं है। यह कहना गलत नहीं होगा कि हम लोग आगामी विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराने जा रहे हैं। इस चुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी फिर से नीतीश कुमार को ही सौंपी जाएगी, क्योंकि उनके नेतृत्व में लगातार प्रदेश में चौतरफा विकास की बयार बह रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि बिहार विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उनके नेतृत्व में प्रदेश में नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए जा रहे हैं। एनडीए के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर किसी भी प्रकार का मतभेद नहीं है। अगर किसी को लगता है कि सीट शेयरिंग को लेकर हमारे बीच कोई मतभेद है, तो मैं कहूंगा कि यह उनकी गलतफहमी है।
--आईएएनएस
एसएचके/एबीएम
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.