पटना, 7 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार में अभी गोपाल खेमका हत्याकांड का मामला ठंडा नहीं पड़ा था। इस बीच पूर्णिया जिले में अंधविश्वास में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। इस मामले को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर सोमवार को जमकर निशाना साधा।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि पूर्णिया में एक ही परिवार के 5 लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया। डीके टैक्स के कारण बिहार में अराजकता चरम पर है। डीजीपी और सीएस बेबस हैं। कानून व्यवस्था ध्वस्त है।
पुरानी आपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने तंज कसा, इससे पहले सिवान में 3 लोगों की नरसंहार में मौत, विगत दिनों बक्सर में नरसंहार में 3 की मौत और भोजपुर में नरसंहार में 3 की मौत हुई। अपराधी सतर्क हैं और मुख्यमंत्री अचेत हैं। भ्रष्ट भूंजा पार्टी मस्त, पुलिस पस्त। डीके की मौज है, क्योंकि डीके ही असल बॉस है।
बता दें कि पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के 5 लोगों को डायन के आरोप में पहले जमकर पीटा गया और फिर जिंदा जला दिया गया। पुलिस ने पांचों शव बरामद कर लिए हैं। बताया जाता है कि टेटगामा गांव के ही रामदेव उरांव के बेटे की झाड़-फूंक के दौरान मौत हो गई थी और दूसरे बेटे की तबीयत बिगड़ रही थी। आरोप है कि इसी के बाद गांव वालों ने मौत की वजह डायन को मानते हुए एक परिवार को निशाना बनाया। आरोप लगाया गया कि इसी परिवार ने रामदेव उरांव के बेटे को बीमार किया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गांव के ही करीब 50 से 70 लोग रात को घर में घुसे और लोगों की लाठी-डंडे से पिटाई शुरू कर दी। आरोप है कि बाबूलाल उरांव, सीता देवी, मनजीत उरांव, रनिया देवी और तपतो मोसमत को लोगों ने पहले बुरी तरह से पीटा और फिर उन्हें जिंदा जलाकर मार डाला। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है।
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