इंदौर, 17 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में आर्थिक अन्वेषण विंग (ईओडब्ल्यू) के दल ने नगर निगम में पौध खरीदी में हुए घोटाले की शिकायत पर उद्यान अधिकारी चेतन पाटिल के निवास और कार्यालय पर दबिश दी है। प्रारंभिक तौर पर की गई जांच में लगभग 2 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
बताया गया है कि चेतन पाटिल लगभग 20 साल पहले नगर निगम में मास्टर कर्मी के तौर पर भर्ती हुए थे और वर्तमान में वे उद्यान अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनके उद्यान अधिकारी रहते हुए लगभग चार करोड़ रुपए के पौधों की खरीदी की गई। इस खरीदी में गड़बड़ी होने की शिकायत ईओडब्ल्यू से की गई। ईओडब्ल्यू ने प्रकरण दर्ज किया और न्यायालय से अनुमति लेकर मंगलवार की सुबह उनके घर और कार्यालय की तलाशी का अभियान चलाया।
ईओडब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक आर एस यादव ने आईएएनएस को बताया है कि निगम में पदस्थ चेतन पाटिल के खिलाफ दो शिकायतें मिली थीं, जिसमें से एक शिकायत में आय से अधिक संपत्ति और दूसरी में चार करोड़ रुपए से अधिक के पौधे खरीदने को लेकर थी। पौध खरीदी में बड़ी गड़बड़ी के आरोप लगाए गए थे। इन शिकायतों का ईओडब्ल्यू ने परीक्षण किया और न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद कार्रवाई की गई।
पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया है कि प्रारंभिक तौर पर की गई कार्रवाई में इस तलाशी के दौरान दो भूखंड, एक आवास, 25 लाख की विभिन्न पॉलिसी, 20 लाख का सोना और एक लाख से ज्यादा की नगदी मिली है। कुल मिलाकर अभी तक जितनी संपत्ति का पता चला है, वह एक करोड़ 85 लाख होना पाया गया है। इनके वेतन के तौर पर देखें तो वह 15 लाख रुपए ही है। वहीं दस्तावेजों की छानबीन चल रही है और उनकी आय का पता किया जा रहा है।
बताया गया है कि नगर निगम के उद्यान अधिकारी के आवास और कार्यालय में अब भी ईओडब्ल्यू के कर्मचारी तलाशी में लगे हुए हैं और संभावना इस बात की जताई जा रही है कि आय से अधिक की बड़ी संपत्ति का और भी खुलासा हो सकता है।
--आईएएनएस
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