रांची, 20 जून (आईएएनएस)। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने मानसून की पहली वर्षा में रांची शहर के विभिन्न इलाकों में भारी जलजमाव और अव्यवस्था के लिए राज्य की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि इस सरकार ने चार साल से भी अधिक समय से रांची नगर निगम सहित राज्य के तमाम नगर निकायों का चुनाव रोक रखा है और पूरी व्यवस्था लापरवाह नौकरशाही के हवाले कर दी गई है। न तो मानसून के पहले नालों की सफाई हुई और न ही जल निकासी की व्यवस्था की गई। तमाम नाले जाम पड़े हुए हैं। नतीजा यह हुआ कि रांची के ज्यादातर मुहल्ले इसी वजह से टापू में बदल गए।
उन्होंने कहा कि रांची एक खूबसूरत और संभावनाओं से भरा शहर है, लेकिन सरकारी लापरवाही और नौकरशाही की उदासीनता के चलते शहर आज बदहाल होता जा रहा है। नगर निगम में चुनकर आने वाले वार्ड पार्षद अपने वार्ड की समस्याओं को भली-भांति जानते हैं, लेकिन चार साल से नगर निगम चुनाव नहीं हुए। सरकार को डर है कि अगर चुनाव हुए तो भाजपा सत्ता में आ जाएगी।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने जुडको (झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी) पर रांची में सड़कों और पुलों के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “रांची मध्यप्रदेश के इंदौर को पछाड़कर देश का नंबर वन शहर बन सकता है, लेकिन इसके लिए एसी कमरों से बाहर निकलकर ईमानदारी से काम करना होगा।”
उन्होंने कहा कि जनता विकास चाहती है और सरकार को जवाब देना होगा कि फंड होते हुए भी काम क्यों नहीं हो रहा। संजय सेठ ने रांची के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति की खराब स्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकार ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। बुनियादी सुविधाएं तक लोगों को नहीं मिल पा रही हैं।
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