बैटरी ऊर्जा भंडारण से ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा में आएगा क्रांतिकारी बदलाव: उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव

बैटरी ऊर्जा भंडारण से ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा में आएगा क्रांतिकारी बदलाव: उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव

बैटरी ऊर्जा भंडारण से ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा में आएगा क्रांतिकारी बदलाव: उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव

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IANS
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बैटरी ऊर्जा भंडारण से ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा में आएगा क्रांतिकारी बदलाव : उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

भुवनेश्वर, 12 अगस्त (आईएएनएस)। ओडिशा के उपमुख्यमंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने मंगलवार को राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन और भंडारण को लेकर एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में खासतौर पर बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) पर चर्चा हुई। इसके साथ ही सड़कों पर लगने वाली सोलर स्ट्रीट लाइट्स पर भी विचार-विमर्श किया गया।

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बैठक में उपमुख्यमंत्री सिंह देव ने कहा कि ओडिशा बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली की दिशा में आगे बढ़ रहा है, क्योंकि नवीकरणीय ऊर्जा के दौर में इसकी जरूरत बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रयासों ने न केवल बिजली क्षेत्र में कार्बन उत्सर्जन को घटाया है, बल्कि कई बड़े फायदे भी दिए हैं, जैसे ऊर्जा तक बेहतर पहुंच, रोजगार के नए अवसर, वायु प्रदूषण में कमी, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार और ग्रामीण आय में वृद्धि।

उन्होंने कहा, ओडिशा की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति सिर्फ उत्सर्जन घटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।

बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव विशाल देव ने बताया कि राज्य में पायलट प्रोजेक्ट के तहत सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट लाइट्स लगाने की योजना बनाई जा रही है। इस अवसर पर बेसियम नामक कंपनी ने बैटरी भंडारण प्रणाली पर विस्तृत प्रस्तुति दी, जिसमें बताया गया कि किस तरह यह तकनीक बिजली भंडारण के साथ-साथ ऊर्जा प्रबंधन में भी मदद करेगी।

इस मीटिंग में तय किया गया कि ओडिशा में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा, जिससे राज्य की बिजली आपूर्ति अधिक स्थिर, स्वच्छ और टिकाऊ बन सके। साथ ही सौर ऊर्जा आधारित स्ट्रीट लाइट्स से बिजली की बचत और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।

ओडिशा सरकार का मानना है कि यह पहल आने वाले वर्षों में राज्य को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाएगी और ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता को बेहतर करेगी।

मीटिंग में कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें ग्रिडको के प्रबंध निदेशक डॉ. सत्यप्रिया रथ, ओपीजीसी के प्रबंध निदेशक केदार रंजन पांडु, ओपीटीसीएल के प्रबंध निदेशक सईदुत्ता बिप्लब केशरी प्रधान, ऊर्जा विभाग की अतिरिक्त सचिव निवेदिता मिश्रा, नगर निगम के निदेशक अरिंदम डाकुआ और ऊर्जा विभाग, ओपीजीसी एवं ग्रिडको के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

--आईएएनएस

वीकेयू/डीएससी

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