मोतिहारी, 26 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात पुलिस और ग्रामीणों के तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ईख के खेत में छिपे दो लुटेरों को सरेंडर कराया। यह पूरा मामला रामगढ़वा थाना क्षेत्र का है जहां 5.35 लाख रुपए लूटकर भाग रहे दो लुटेरों को ग्रामीणों और पुलिस की बहादुरी ने ईख के खेत में तीन घंटे तक घेरकर सरेंडर करने को मजबूर कर दिया।
इस दौरान लुटेरों ने खेत से फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों के हौसले और पुलिस के दबाव ने अंततः उन्हें हथियार के साथ घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
जानकारी के अनुसार, सीएसपी संचालक सुनील कुशवाहा 5.35 लाख रुपए लेकर अपने केंद्र की ओर जा रहे थे। रास्ते में बंधु बरवा और पखनहिया मार्ग पर दो बाइक सवार लुटेरों ने उनसे पैसे छीन लिए और भाग गए। इसके बाद सुनील ने जब शोर मचाया तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए और लुटेरों को घेरने की कोशिश की। खुद को चारों तरफ से घिरते देख लुटेरे एक ईख के खेत में छिप गए। इस बीच, पुलिस को सूचना मिली और वे मौके पर पहुंच गए।
मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि यह घटना शुक्रवार देर शाम की है। पुलिस ने तीन घंटे तक गन्ने के खेतों में तलाशी ली। आखिरकार पुलिस की सूझबूझ और दबाव के चलते लुटेरों ने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने बताया कि लुटेरे खेत से बाहर निकले और मौके पर मौजूद पुलिस टीम के सामने अपने हथियार फेंक दिए। इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और भीड़ से बचाते हुए थाने ले गई।
इस कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की, लेकिन साथ ही क्षेत्र में बढ़ते अपराध पर चिंता भी जताई। पुलिस दोनों लुटेरों से पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस लूटकांड के पीछे कोई और बड़ा गिरोह तो नहीं है।
पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने आगे बताया कि पुलिस और ग्रामीण को निडरता और सूझबूझ के लिए जिला स्तर से सम्मानित किया जाएगा।
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