रांची, 5 जून (आईएएनएस)। झारखंड के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुवार को ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालक अभियंता सनोथ सोरेन को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उनके आवास पर की गई छापेमारी में 17 लाख रुपए नगद, बेशकीमती जेवरात सहित कई दस्तावेज बरामद किए जाने की सूचना है।
बताया गया कि विभाग की एक योजना में काम पूरा करने के बाद बिल के भुगतान के लिए ठेकेदार लगातार दफ्तर का चक्कर लगा रहा था। कार्यपालक अभियंता बिल रिलीज करने के नाम पर रिश्वत मांग रहे थे। इसकी शिकायत एसीबी के पास की गई थी। शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया। घूस मांगे जाने की बात सही पाई गई, इसके बाद उन्हें ट्रैप करने की योजना बनाई गई।
तय योजना के अनुसार ठेकेदार ने गुरुवार को कार्यपालक अभियंता के कार्यालय में पहुंचकर जैसे ही उन्हें रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 60 हजार रुपए दिए, एसीबी की टीम ने अभियंता को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जांच एजेंसी की टीम कार्यपालक अभियंता को साथ लेकर उनके आवासीय परिसर पहुंची। घर के कोने-कोने की तलाशी के दौरान अब तक 17 लाख रुपए कैश बरामद किए जाने की सूचना है। इसके अलावा बड़ी मात्रा में जेवरात और दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
अभियंता को शुक्रवार को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा। जरूरत पड़ने पर जांच एजेंसी उन्हें रिमांड पर ले सकती है।
झारखंड के एंटी करप्शन ब्यूरो और सीबीआई ने पिछले एक महीने के दौरान रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के मामलों में 12 से अधिक सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। रांची में 5 मई को जिला खनन कार्यालय के आउटसोर्सिंग से प्रतिनियुक्त कंप्यूटर ऑपरेटर बिंदेश तिर्की को दो हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। वहीं, 14 मई को रामगढ़ जिले के सिरका स्थित सीसीएल परियोजना कार्यालय में सीबीआई ने छापेमारी कर ओवरमैन सतेंद्र महतो और सेफ्टी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
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