बीजिंग, 8 जुलाई (आईएएनएस)। 8 से 11 जुलाई तक, चीन की राजधानी पेइचिंग में 12वां विश्व हाई-स्पीड रेलवे सम्मेलन आयोजित हो रहा है, जो वैश्विक रेलवे प्रौद्योगिकी आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान कर रहा है।
यह सम्मेलन चीन की हाई-स्पीड रेल के लिए अपनी नवाचार शक्ति और खुले पैटर्न को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का भी एक शानदार अवसर है। तकनीकी बाधाओं को स्वतंत्र रूप से तोड़ने से लेकर विश्व को जोड़ने वाले सहकारी नेटवर्क तक, चीन की हाई-स्पीड रेल ने खुद को विश्व को लाभ पहुंचाने वाली चीनी बुद्धिमत्ता के एक ज्वलंत उदाहरण के रूप में स्थापित किया है।
चीन की हाई-स्पीड रेल की असाधारण प्रतिस्पर्धात्मकता दशकों के अथक स्वतंत्र नवाचार का परिणाम है। शुरुआती दौर में मुश्किलों से जूझने से लेकर आज वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने तक का इसका सफर निरंतर सफलताओं और बुद्धिमत्ता की कहानी कहता है। फूशिंग ईएमयू ट्रेनों ने कर्षण और ब्रेकिंग जैसी प्रमुख प्रौद्योगिकियों में 100 स्वतंत्रता हासिल की है।
इसके अलावा, इसने 12 ऐसी श्रृंखलाएं विकसित की हैं, जो शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे के अत्यधिक ठंड, 50 डिग्री सेल्सियस के उच्च तापमान और पठारी वातावरण सहित दुनिया के सबसे जटिल परिचालन परिदृश्यों पर सफलतापूर्वक विजय प्राप्त कर चुकी हैं। पेइचिंग-चांगच्याखो हाई-स्पीड रेलवे में पेइतो + 5जी उच्च-सटीक स्थिति प्रणाली का उपयोग, और श्योंगआन हाई-स्पीड रेलवे स्टेशन द्वारा लगभग 58 लाख केडब्ल्यूएच की वार्षिक बिजली उत्पादन क्षमता, इसकी स्मार्ट विनिर्माण शक्ति का प्रदर्शन करती है।
आंकड़ों के अनुसार, साल 2024 के अंत तक, चीन की हाई-स्पीड रेल की परिचालन दूरी 48,000 किलोमीटर से अधिक हो गई है, जो दुनिया के कुल का 70 से अधिक है, और यह अपनी व्यावहारिक उपलब्धियों के आधार पर दुनिया में नंबर 1 के रूप में अपनी स्थिति के लिए एक ठोस आधार तैयार करता है।
नवोन्मेषी शक्ति खुले दिमाग का समर्थन करती है, और चीन की हाई-स्पीड रेल का बाहर जाना परामर्श, संयुक्त निर्माण और साझाकरण का एक सफल उदाहरण है। अफ्रीका में, मोम्बासा-नैरोबी रेलवे ने केन्या के सकल घरेलू उत्पाद में 2 से अधिक का योगदान दिया है और रेलवे के साथ लगे क्षेत्रों के औद्योगिक उत्पादन मूल्य को 15 तक बढ़ाया है, जिससे यह समृद्धि का मार्ग बन गया है।
3 दिसंबर, 2021 को लाइन के पूर्ण उद्घाटन के बाद से, चीन-लाओस रेलवे की कुल माल परिवहन मात्रा 5 करोड़ टन से अधिक हो गई है। पिछले कुछ वर्षों में शुरू की गई चीन-यूरोप ट्रेनों की कुल संख्या 11,000 से अधिक हो गई है और भेजे गए माल का मूल्य 450 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे एशिया-यूरोप औद्योगिक श्रृंखला की स्थिरता को बल मिला है।
इस खुलेपन के पीछे वैश्विक उभय जीत की गहन प्रथा छिपी हुई है। चीन में, हाई-स्पीड रेल के प्रत्येक किलोमीटर की निर्माण लागत 13 करोड़ युआन है, जो अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है। यह अंकारा-इस्तांबुल हाई-स्पीड रेलवे और इंडोनेशिया के जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे जैसी परियोजनाओं के लिए लागत प्रभावी समाधान प्रदान करता है, जिससे विकासशील देशों को कम लागत पर परिवहन उन्नयन प्राप्त करने की अनुमति मिलती है।
इसके साथ ही, चीन की हाई-स्पीड रेलगाड़ियों में प्रति 100 किलोमीटर पर प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत हवाई जहाज की तुलना में केवल 18 और बसों की तुलना में लगभग 50 है, जो हरित अवधारणाओं के साथ वैश्विक परिवहन सुधार को बढ़ावा देता है। यह कहा जा सकता है कि चीन की हाई-स्पीड रेल प्रौद्योगिकी का प्रसार वैश्विक परिवहन परिदृश्य को नया आकार दे रहा है और सतत विकास के लिए समर्थन प्रदान कर रहा है।
जब विश्व हाई-स्पीड रेल सम्मेलन का मुख्य आकर्षण पेइचिंग पर केंद्रित है, तो चीन के हाई-स्पीड रेल ट्रैक का हर किलोमीटर नवाचार के पदचिह्नों से अंकित है; प्रत्येक सीमा-पार यात्रा खुलेपन की ईमानदारी का संदेश देती है। यहां केवल यात्री और सामान ही नहीं मिलते, बल्कि मानव जाति की अधिक संबद्ध और हरित भविष्य की साझा आकांक्षा भी मिलती है- यह वह शक्तिशाली बिजनेस कार्ड है, जिसे चीन की हाई-स्पीड रेल ने विश्व के सामने प्रस्तुत किया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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