बीजिंग, 16 जून (आईएएनएस)। पिछले सप्ताहांत में चीन ने कई नई प्रगति हासिल की। पिछले शनिवार को चीन ने च्युछ्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र में छांगचंग नंबर दो श्रृंखला के नंबर चार रॉकेट से भूभौतिकीय क्षेत्र का पता लगाने के लिए पहले परिचालन उपग्रह का सफल प्रक्षेपण किया।
बताया जाता है कि चांगहंग-1 का नंबर दो उपग्रह भूभौतिकीय क्षेत्र के अंतरिक्ष अवलोकन में पता लगाने की क्षमता उन्नत करने की बड़ी उपलब्धि है। इससे चीन की प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं की आकाश, वायु और भूमि से त्रि-आयामी निगरानी क्षमता उन्नत होगी।
चांगहंग-1 के नंबर दो उपग्रह में एक विद्युत क्षेत्र डिटेक्टर समेत नौ वैज्ञानिक अन्वेषण उपकरण हैं, जो मुख्यतः विद्युतचुंबकीय क्षेत्र, विद्युतचुंबकीय तरंगें, आयनमंडल और तटस्थ वायुमंडल आदि वैश्विक भूभौतिकीय क्षेत्र में संबंधित मापदंडों की अर्ध-वास्तविक समय निगरानी करेंगे।
उधर, हाल में चीनी विज्ञान अकादमी के मस्तिष्क विज्ञान और बुद्धिमान प्रौद्योगिकी में नवाचार केंद्र ने फूतान विश्वविद्यालय के अधीनस्थ हुआशान अस्पताल और संबंधित उद्यमों के साथ सफलता से आक्रामक मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस का पहला संभावित नैदानिक परीक्षण किया।
इससे जाहिर है कि चीन आक्रामक मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस प्रौद्योगिकी के लिए नैदानिक परीक्षण चरण में प्रवेश करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। भविष्य में इस प्रणाली से रीढ़ की हड्डी की चोट और विच्छेदन आदि से पीड़ित रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।
वहीं, पिछले शनिवार को चीन ने पीली नदी पर बने पहले रेलवे स्टील ट्रस आर्च ब्रिज को आपस में जोड़ने के स्प्रिंट चरण में प्रवेश किया। रविवार को चीन ने यिट्रियम-90 का व्यावसायिक रिएक्टर उत्पादन सफलतापूर्वक प्राप्त किया। यह दर्शाता है कि चीन ने संबंधित तकनीक हासिल कर ली है और बड़े पैमाने पर उत्पादन कर सकेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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