सोनीपत, 19 मई (आईएएनएस)। हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद की गिरफ्तारी ने राज्य में राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है। राज्य के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि प्रो. अली खान का खानदान शुरू से विवादास्पद रहा है।
महिपाल ढांडा ने कहा कि भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय प्रोफेसर के दादा मुस्लिम लीग के कैशियर थे और बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन बाद में भारत लौट आए। उन जैसे लोग शिक्षा के माध्यम से समाज में “जहर घोलने” का काम करते हैं। अब यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत है, जहां गलत करने वाले बच नहीं सकते। ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो रहा है और वे पकड़े जा रहे हैं।
महिपाल ढांडा ने कहा कि वह राजनीति शास्त्र और इतिहास पढ़ाते हैं, लेकिन उनकी नियत गलत थी। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों का खुलासा हो रहा है और हमारी सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी।
हरियाणा के सोनीपत की अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की नियमित प्रेस ब्रीफिंग करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
उनके खिलाफ पहला मामला गांव जटेड़ी के सरपंच द्वारा दर्ज कराया गया था। इसमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196, 197, 152 और 299 के तहत मामला दर्ज किया गया।
दूसरा मामला हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया की शिकायत पर दर्ज हुआ, जिसमें सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी करने और आयोग के नोटिस की अवहेलना का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 353, 79, 152 और 169(1) के तहत केस दर्ज किया है।
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