पठानकोट में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले की कहानी, स्थानीय लोगों की जुबानी

पठानकोट में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले की कहानी, स्थानीय लोगों की जुबानी

author-image
IANS
New Update
पठानकोट में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमले की कहानी, स्थानीय लोगों की जुबानी

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

पठानकोट, 9 मई (आईएएनएस)। भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच बीती रात पाकिस्तानी सेना ने भारतीय क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल से हमला किया जिसको भारतीय रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया। इन क्षेत्रों में पठानकोट भी एक है जहां भारतीय डिफेंस ने ड्रोन और मिसाइल हमले को पूरी तरह विफल कर दिया। भारतीय वायुसेना की मुस्तैदी के चलते सभी हमले नाकाम रहे और एक भी ड्रोन या मिसाइल पठानकोट में नुकसान नहीं पहुंचा सका।

स्थानीय निवासी रमेश शर्मा ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि पाकिस्तानी सेना के सभी ड्रोन को वायुसेना ने हवा में ही मार गिराया। पाकिस्तान का कोई भी ड्रोन कामयाब नहीं हुआ। हमारी सेना ने हर हमले को नाकाम कर दिया।

वहीं सुखपाल ने कहा, पाकिस्तान के पास अब कुछ नहीं बचा। हमारी सेना ने सभी ड्रोन नष्ट कर दिए। हम जो भी क्षेत्र लेंगे, उसे वापस नहीं छोड़ेंगे।

पूर्व सरपंच विक्की ठाकुर ने बताया कि ब्लैकआउट के दौरान गांव में अनुशासन बनाए रखने के लिए लोगों को लाइट न जलाने की सलाह दी गई। शुरुआत में लोग डरे हुए थे, लेकिन जब सेना ने सभी हमलों को विफल किया, तब से लोगों का हौसला बुलंद है।

रविंद्र कुमार ने बताया कि बीती रात पाकिस्तान ने ड्रोन हमले का प्रयास किया, लेकिन वायुसेना ने दोनों बार हमलों को नाकाम कर दिया। हर हाल में भारतीय सेना जीतेगी। हमारी वायुसेना ने कोई नुकसान नहीं होने दिया।

स्थानीय निवासी हरजीत सिंह ने आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा, इस बार हम सियालकोट और ननकाना साहिब को पाकिस्तान से छीन लेंगे और वापस नहीं देंगे। हर हमले का करारा जवाब दिया जाएगा।

वहीं, पूर्व बीएसएफ जवान बलदेव सिंह ने कहा, सेना की मुस्तैदी के कारण सभी लोग सुरक्षित रहे। पहले और अब की लड़ाई में फर्क है। अब ड्रोन और मिसाइलों से भी युद्ध लड़ा जा रहा है। हमारी सेना को सलाम।

रमेश कुमार ने कहा, धमाकों की आवाज बहुत तेज थी, लेकिन वायुसेना ने सभी ड्रोन को हवा में ही मार गिराया। हमारी सेना परफेक्ट है और हमें उसपर गर्व है।

एक स्थानीय महिला ममता ने बताया कि शुरुआत में डर के कारण वह खाना भी नहीं खा पाईं, लेकिन वायुसेना की कार्रवाई के बाद उनका डर खत्म हो गया। कार्रवाई के लिए वायुसेना को हम दिल से धन्यवाद देते है।

वहीं दर्शन नाम की एक अन्य महिला ने बताया कि रात 8 बजे धमाका हुआ था और उससे पहले बिजली चली गई थी। भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई ने न केवल पाकिस्तान के हमलों को नाकाम किया, बल्कि सीमा पर रहने वाले लोगों में विश्वास और हौसला भी जगाया है। हमें अपनी सेना की ताकत पर गर्व हैं और भारतीय सेना हर चुनौती से निपटने में सक्षम है।

--आईएएनएस

एकेएस/एएस

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment