‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विवेक रंजन ने किया भारत सरकार को सावधान! बोले- ये संयम और सतर्कता का समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विवेक रंजन ने किया भारत सरकार को सावधान! बोले- ये संयम और सतर्कता का समय

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विवेक रंजन ने किया भारत सरकार को सावधान! बोले- ये संयम और सतर्कता का समय

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IANS
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विवेक रंजन ने किया भारत सरकार को सावधान! बोले- ‘ये संयम और सतर्कता का समय’

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

मुंबई, 8 मई (आईएएनएस)। निर्माता-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री देश के मुद्दों को लेकर मुखर रहते हैं और अक्सर खुलकर अपनी बात रखते नजर आते हैं। भारत सरकार के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उन्होंने कहा कि यह समय संयम और सतर्कता का है। उन्होंने भारत सरकार को सावधान करते हुए यह भी बताया कि वह सोशल मीडिया पर अपनी राय रखने से परहेज क्यों कर रहे हैं।

एक्स हैंडल पर तिरंगे की एक तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, “यह संयम और सतर्कता का समय है। अब समय आ गया है कि हम इन मामलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सक्षम और निर्णायक नेतृत्व पर छोड़ दें।”

अग्निहोत्री ने स्पष्ट रूप से बताया कि मामले में उनके पास कहने के लिए बहुत कुछ है लेकिन वह कहने से बच रहे हैं। उन्होंने लिखा, “मेरे पास व्यक्त करने के लिए कई विचार और भावनाएं हैं। लेकिन परिस्थिति को देखते हुए मैंने मीडिया से जुड़ने या सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से परहेज करने का फैसला किया है, क्योंकि मेरा मानना है कि इससे अशांति बढ़ेगी, जो कि हालिया समय के लिए सही नहीं है। हमारा कर्तव्य है कि हम भारत सरकार और भारतीय सेना को उनके अनुसार काम करने दें।”

अंत में विवेक रंजन ने भारत सरकार से एक अपील भी की। उन्होंने लिखा, “मैं सरकार से भारत के मोर्चे पर सतर्क रहने का दृढ़ता से आग्रह करता हूं। बंगाल और उसके आस-पास के क्षेत्रों में विशेष रूप से सावधान रहें।”

द कश्मीर फाइल्स निर्देशक विवेक रंजन ने इससे पहले एक पोस्ट शेयर कर ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय सेना की सराहना करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर जय हिंद लिखा था।

अपनी हालिया एक पोस्ट में अग्निहोत्री ने ‘सांप्रदायिक हिंसा’ पर अपने विचार व्यक्त किए थे। पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विवेक रंजन ने बताया था कि ये घाव गहरा है जो कभी भर नहीं सकता। अग्निहोत्री ने बताया था कि ‘सांप्रदायिक हिंसा’ से मिला दर्द केवल शारीरिक नहीं होता है, बल्कि यह मन और भावनाओं पर भी अपनी गहरी छाप छोड़ जाता है और जब हम अंधकार का सामना करते हैं, तभी उसके खिलाफ आवाज उठाते हैं।

उन्होंने बताया कि कट्टरवाद की वजह से आस्था एक हथियार बन जाती है। लेकिन वह गंभीर विषयों पर फिल्म बनाते रहेंगे।

विवेक रंजन की बंगाल त्रासदी और हिंदू नरसंहारपर बनी फिल्म ‘द दिल्ली फाइल्स: बंगाल चैप्टर’ सिनेमाघरों में 15 अगस्त को रिलीज के लिए तैयार है। ‘द दिल्ली फाइल्स’ में अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ अनुपम खेर, गोविंद नामदेव, पुनीत इस्सर, बब्बू मान और पालोमी घोष भी अहम भूमिकाओं में हैं।

--आईएएनएस

एमटी/एएस

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