लातेहार, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के दो हार्डकोर नक्सलियों ने मंगलवार को झारखंड के लातेहार जिले में पुलिस और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
इन नक्सलियों में अमरजीत बिरजिया और मिथिलेश कोरबा शामिल हैं। दोनों पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रहने वाले हैं।
लातेहार के एसपी कुमार गौरव और सीआरपीएफ के कमांडेंट यादराम बुनकर ने आत्मसमर्पण करने वाले दोनों नक्सलियों को माला पहनाकर उनका समाज की मुख्यधारा में स्वागत किया।
एसपी ने क्षेत्र में सक्रिय अन्य नक्सलियों को चेतावनी दी है कि वे हथियार डालकर मुख्यधारा में आएं, अन्यथा पुलिस के अभियान में गिरफ्तार कर जेल भेजे जाएंगे या फिर मारे जाएंगे।
बताया गया कि छत्तीसगढ़ निवासी दोनों नक्सली झारखंड के लातेहार में सक्रिय थे। दोनों नक्सली कमांडर छोटू खरवार के दस्ते के प्रमुख सदस्य थे। इनके खिलाफ जिले के छिपादोहर थाने में मामला भी दर्ज है।
हाल के महीनों में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 50 से ज्यादा नक्सली मारे गए हैं। नक्सलवाद के खिलाफ पुलिस और सुरक्षा बलों के ऑपरेशन से घबराए नक्सली बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक दिन पहले सोमवार को चाईबासा में नक्सल विरोधी अभियान की समीक्षा करते हुए कहा था कि राज्य में नक्सली अपने अंतिम दिन गिन रहे हैं। जल्द ही उनका पूरी तरह खात्मा कर दिया जाएगा।
राज्य में एक-एक करोड़ के तीन इनामी समेत 13 बड़े नक्सली झारखंड पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड हैं। इनमें माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष इनामी मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी और असीम मंडल पर एक-एक करोड़ के इनाम हैं। इनके अलावा अनमोल, मोछु, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटू लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत और रापा मुंडा मोस्ट वांटेड की फेहरिस्त में शामिल है।
--आईएएनएस
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