नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को सनातन की जीत बताया है।
आईएएनएस से खास बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत सनातन और सद्भावना की जीत है। उस विचारधारा की जीत है, जो भारत को विश्व गुरु बनाना चाहती है। मैंने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को एक बार कहा था कि चुनाव प्रचार में राहुल गांधी जी को मत बुलाइएगा। अगर राहुल गांधी आ गए, तो आपकी लुटिया डुबो देंगे। हरियाणा के चुनावों के परिणाम ने ये सिद्ध कर दिया है। राहुल गांधी कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी पनौती बन गए हैं। मेरी बात हुड्डा ने नहीं मानी। अगर मान जाते और राहुल गांधी हरियाणा में न जाते तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज मुख्यमंत्री होते।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रोडक्ट में दम नहीं है, तो लॉन्च कितनी बार करो, फिर वह नहीं चलता है। मार्केटिंग के साथ साथ प्रोडक्ट में दम होना चाहिए। प्रोडक्ट में दम नहीं है, तो आप कितने बोर्ड लगाओ, कितनी मार्केटिंग करो, कितनी एजेंसी लगा दो, झूठ सच बोलो लो, वो फेल ही हो जाता है। राहुल गांधी सनातन विरोधियों के एक गैंग से घिरे हुए है। उनके आसपास जो चांडाल चौकड़ी है, वह राम, कृष्ण, भारत के विरोध में बोलते हैं। जो सनातन का विरोध करेगा, वो भारत में कैसे जीतेगा।
वो तो शुक्र है कि हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा जैसा नेतृत्व था। भूपेंद्र हुड्डा जैसा ताकतवर नेतृत्व था। अगर भूपेंद्र हुड्डा नहीं होते तो हरियाणा में कांग्रेस की जमानत जब्त हो जाती। राहुल गांधी हरियाणा में जाकर कहते हैं कि राम मंदिर में नाच गाना हो रहा था। हरियाणा में जाकर कहते हैं कि अयोध्या हार गई। सनातन को हरा देंगे। वो सनातन का मजाक बनाते हैं। जो नतीजे आए हैं, यही नतीजा आना था। हरियाणा की जीत भारत की जीत है। यह सनातन की जीत और सनातन विरोधियों की हार है। कांग्रेस के नेताओं को फैसला लेना है कि राहुल गांधी से कब छुटकारा पाएंगे?
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी में नौकरों का जमावड़ा और प्रभुत्व हो गया है। यह दल उन नेताओं का दल था, इसमें महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, गोविंंद बल्लभ पंत जैसे कई बड़े नेता हुआ करते थे। आज कांग्रेस पार्टी नौकरों की, चाटुकारों की, चांडाल चौकड़ी की, हिंदू विरोधी लोगों की पार्टी बनकर रह गई है।
आज की सियासत में राहुल गांधी प्रासंगिक नहीं रह गए हैं। जितना जल्दी हो राहुल गांधी से पीछा छुड़ा लेना चाहिए। इन्हें बहुत पहले प्रियंका गांधी को कमान दे देनी चाहिए थी। लेकिन प्रियंका गांधी को चेहरा नहीं बनाया गया। मल्लिकार्जुन खड़गे वहीं करते हैं, जो राहुल गांधी और उनकी चौकड़ी कहती है। कांग्रेस पार्टी का बेड़ा गर्क राहुल गांधी के इर्द गिर्द वाले लोगों और भारत के टुकड़े करने वालों ने किया है। अगर राहुल झारखंड और महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के लिए गए, तो वहां भी इनको बुरी हार का सामना करना पड़ेगा।
राहुल गांधी जहां जाएंगे, सनातन का विरोध करेंगे। वो जहां जाएंगे, हिंदुत्व और भारत का विरोध करेंगे, ये सब बातें अब स्पष्ट हो चुकी हैं। हरियाणा के चुनाव में अयोध्या और भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अपमान किया। भारत के बाहर जाकर भारतीयों का अपमान करते हैं। राहुल गांधी भारत को तोड़ने वाले गैंग से घिर चुके हैं। उसका परिणाम यह है कि उनको जनता पसंद नहीं करती हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी हैं, जिनका सब कुछ देश के लिए समर्पित है। दूसरी तरफ राहुल गांधी हर बात में भारत का विरोध करते हैं। भारत के जनादेश और जनभावनाओं का अपमान करते है। हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंचाने का काम करते हैं। यह काम वह रोज और जहां जाते हैं, वहां करते हैं।
जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों को लेकर उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हुए विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गए हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी की और अमित शाह की जीत है। पिछली बार चुनाव में भाजपा को जितनी सीटें मिली थीं, उससे ज्यादा इस बात सीटें लेकर भाजपा ने अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। नरेंद्र मोदी के फैसले पर जम्मू कश्मीर की जनता ने मुहर लगाई है। कश्मीर रीजन मुस्लिम पापुलेशन वाला क्षेत्र है। किसी कारण लोग भाजपा पर उतना भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। अगले चुनाव में जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।
एग्जिट पोल करने वाली कंपनियों की जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल एक अनुमान है। इसमें जांच की जरूरत है। एग्जिट पोल दिखा रही थी कि हरियाणा में कांग्रेस चुनाव जीतेगी। जांच कराने और न कराने से क्या फर्क पड़ता है। वोट तो जनता डालती है।
--आईएएनएस
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