नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। अस्पताल के बिस्तर पर बैठा एक शख्स बीमार है। शायद वो भी जानता है कि चंद लम्हे बाकी हैं फिर भी दबंगई नहीं छोड़ता। बड़े शान से गाता है हुड़ हुड़ दबंग। मौत को आंखें दिखाने का जज्बा गजब का दिखा था वाजिद में। जो आज न होकर भी हमारे बीच हैं। सिर्फ अपनी आवाज और संगीत के बल पर ही नहीं भाई के नाम संग जुड़कर भी।
वाजिद अपने नाम के अनुरूप ही थे कुछ नया कुछ अनोखा गढ़ने में माहिर। साजिद वाजिद की जोड़ी बड़ी कद्दावर मानी जाती थी, है और हमेशा रहेगी। सलमान खान की फिल्म से शुरुआत की और एक से बढ़कर एक सुरीले गाने रच डाले। पहली फिल्म थी प्यार किया तो डरना क्या। एक ही गाना कंपोज किया लेकिन जबरदस्त और वो था तेरी जवानी बड़ी मस्त -मस्त है।
वाजिद का 7 अक्टूबर 1977 में हुनरमंदों के परिवार में जन्म हुआ। पिताजी मशहूर तबला वादक शराफत अली खान थे। नाना भी पद्म श्री से सम्मानित उस्ताद फैयाज अहमद खान। खून में ही संगीत मिला था।
1998 में पहली बार फिल्म के लिए संगीत बनाया फिर नॉन फिल्मी एल्बम के लिए म्यूजिक बनाया। उन्हें गिटार बजाने का बेहद शौक था। भाई साजिद अक्सर कहा करते हैं कि वाजिद इंट्रोवर्ट थे लेकिन उनके पास अपनी बात खूबसूरती से रखने का हुनर था और उस अंदाज को वो मिस करते हैं। एक घटना का जिक्र बहुत होता है। कहा जाता है कि एक बार बतौर गिटारिस्ट वो किसी बड़े संगीतकार के डायरेक्शन में खड़े थे। उनके साथी ने गलत धुन प्ले की। म्यूजिक कंपोजर ने पूछा तो उसने इल्जाम युवा वाजिद पर लगा दिया। वाजिद कुछ नहीं बोले लेकिन मायूस बहुत हुए बाहर निकले तो पिता शराफत की आंखों में भी आंसू देखे।
दुख भाई से बताया जिसने कहा संगीतकार बड़ा होता है क्या, चल हम अब अपना संगीत बनाएंगे। इसके बाद दोनों ने मिलकर शानदार पारी खेली।
दोनों सलमान खान के खास थे। पहला गाना भी उनके लिए बनाया और जाते-जाते आखिरी गाना भी वाजिद ने भाई भाई भाई सलमान भाई के लिए बनाया।
कई फिल्मों में म्यूजिक दिया जैसे कि गर्व, तेरे नाम, तुमको ना भूल पाएंगे, पार्टनर और दबंग, दबंग2 और दबंग थ्री में भी। इसके अलावा वाजिद ने सलमान के मेरा ही जलवा, फेविकॉल से और अक्षय कुमार के गाने चिंता ता चिता चिता में अपनी आवाज भी दी।
वाजिद ने अपनी पसंद की लड़की से शादी की। कहा जाता है कि धर्म की दीवार बाद में आड़े आई और दोनों अलग हो गए। इस शादी से दोनों के दो बच्चे भी हैं।
1 जून 2020 को वाजिद का कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। इससे एक महीने पहले ही भाभी लुबना ने किडनी दान की थी। बीमारी से जूझते हुए वाजिद आगे बढ़ रहे थे लेकिन फिर मौत से हार बैठे और ये दबंग दुनिया से विदा हो गया।
--आईएएनएस
केआर/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.