बेलगावी, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक के बेलगावी में शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए सांसद जगदीश शेट्टर ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर गंभीर आरोप लगाए।
शेट्टर ने कहा कि जब राज्यपाल ने मामले की जांच की मांग की, तो मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के आदेश को चुनौती दी। लेकिन, उच्च न्यायालय ने राज्यपाल के आदेश को बरकरार रखा। शेट्टर ने बताया कि एक एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जल्द शुरू होने वाली है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया ने दशहरा कार्यक्रम की शुरुआत इस उद्देश्य से की है ताकि जनता का सरकार पर विश्वास कम हो। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार द्वारा ईडी के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया गया जो सही नहीं है।
सांसद शेट्टर ने आगे कहा कि हम पहले से ही मांग कर रहे हैं कि मुडा घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए और अब भी वही कह रहे हैं। उन्होंने सिद्धारमैया से कहा कि वह इस्तीफा दें और जांच का सामना करें।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (मुडा) में विकास योजनाओं के दौरान खुद की जमीन खोने वाले लोगों के लिए सन 2009 में एक योजना लागू की गई थी। इस योजना के तहत जमीन खोने वाले लोगों को विकसित भूमि का 50 फीसदी हिस्सा देने की बात की गई थी। इसी वजह से आगे चलकर यह योजना 50:50 के नाम से मशहूर हुई।
इस योजना को 2020 में भाजपा की सरकार ने स्थगित कर दिया। आरोप है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी की 3 एकड़ और 16 गुंटा भूमि इस मुडा के विकास प्रोग्राम के लिए अधिग्रहित की गई, लेकिन बिना इस जमीन का अधिग्रहण किए ही देवनूर विकास योजना का तृतीय चरण विकसित कर दिया गया।
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