भोपाल, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में शारदीय नवरात्रि के मौके पर गरबा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। लेकिन, कई बार देखने में मिलता है कि गरबा महोत्सव में खलल डालने के लिए असामाजिक तत्व पहुंच जाते हैं। ऐसे में इस बार आयोजकों ने गरबा महोत्सव को लेकर नियम कड़े कर दिए हैं।
भोपाल में भोजपाल गरबा महोत्सव में इस साल उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जो पहचान पत्र दिखाएंगे। आयोजकों का मानना है कि गरबा महोत्सव सनातन को मानने वाले लोगों के लिए है। इसलिए, गैर हिंदुओं को यहां नहीं आना चाहिए।
प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने आईएएनएस से कहा, अगर गरबा महोत्सव के आयोजकों ने कोई फैसला लिया है, तो उसका सम्मान करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान, गरिमा और अनुशासन होना चाहिए और इसके लिए नियम भी कड़े होने चाहिए। गरबा कोई इवेंट नहीं है। गरबा मां का अनुष्ठान है। अगर नौ दिन तक अनुष्ठान और पूजा हो रही है तो इसके लिए जो नियम होंगे वह सभी को मानने चाहिए। हम लोगों के लिए बहुत जरूरी है कि हम गरबा के दौरान अनुशासन का पालन करें।
गरबा आयोजक सुनील यादव ने कहा कि नौ दिनों तक गरबा महोत्सव में माता रानी के गीतों पर गरबा खेला जाएगा। इस दौरान बॉलीवुड संगीत पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि यहां पर हम लव जिहाद नहीं होने देंगे। इसलिए आधार कार्ड तो प्रवेश के लिए अनिवार्य है। गरबा महोत्सव को लेकर हम पहले से ही लोगों को बता रहे हैं कि इस महोत्सव में शामिल होने के लिए केवल हिंंदू परिवार ही आए।
जो लोग गलत नीयत रखते हैं, हम चाहते हैं कि वह इस महोत्सव में न आए। विवाद की स्थिति न पैदा हो, पुलिस प्रशासन हमारे साथ है।
सुनील ने बताया कि हम नहीं चाहते हैं कि दूसरे धर्म के लोग इस महोत्सव में आएं। अगर आना चाहते हैं तो अपना धर्म परिवर्तन करा लें, इसके बाद आ सकते हैं।
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