जम्मू, 28 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू में एमए स्टेडियम में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनाव जम्मू-कश्मीर का भविष्य चुनने के लिए है।
पीएम मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शुरुआत में कहा कि आज शहीद वीर सरदार भगत सिंह की जन्म जयंती भी है। देश के करोड़ों युवाओं की प्रेरणा, भगत सिंह जी को मैं श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आज की कांग्रेस पूरी तरह अर्बन नक्सलियों के कब्जे में है। जब विदेशों से घुसपैठिए यहां आते हैं, तो कांग्रेस को अच्छा लगता है। उनमें इनको अपना वोट बैंक नजर आता है। मगर अपने ही लोगों की पीड़ा पर ये उनका मजाक उड़ाते हैं।
दशकों से कांग्रेस, एनसी और पीडीपी पार्टियों ने अपने नेताओं और परिवारों के हितों को प्राथमिकता दी है, जबकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को बहुत कष्ट सहना पड़ा है। कांग्रेस पार्टी अपनी दोषपूर्ण नीतियों, उदासीनता और उपेक्षा के माध्यम से हमारी पीढ़ियों के पतन और शोषण के लिए महत्वपूर्ण रूप से जिम्मेदार है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए भाजपा की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ, हम अपने लोगों के साथ हुए अन्याय को दूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी, ये संविधान के दुश्मन हैं। इन्होंने संविधान की स्पिरिट का गला घोंटा है। यहीं जम्मू में कईं-कईं पीढ़ियों से यहां रह रहे अनेक परिवारों को वोट देने तक का हक नहीं था। उन्हें कांग्रेस, एनसी और पीडीपी ने इस हक से वंचित किया था।
आज जम्मू-कश्मीर में आ रहे बदलाव से कांग्रेस-एनसी और पीडीपी वाले भड़के हुए हैं। इन्हें आपका विकास पसंद नहीं है। ये लोग कह रहे हैं कि उनकी सरकार बनी, तो फिर वो पुराना सिस्टम लाएंगे। ये फिर वो भेदभाव वाला निजाम लाएंगे, जिसका सबसे बड़ा शिकार हमारा जम्मू रहा है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज 28 सितंबर है। वर्ष 2016 में आज की रात सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी। भारत ने दुनिया को बता दिया था कि ये नया भारत है, ये घर में घुसकर मारता है। आतंक के आकाओं को पता है कि अगर कुछ भी हिमाकत की, तो मोदी पाताल में भी उन्हें खोज निकालेगा।
कांग्रेस ने कभी भी हमारे बहादुर सैनिकों के बलिदान का सम्मान नहीं किया। आज, पार्टी पर शहरी नक्सल समर्थकों का कब्जा हो गया है, जो विदेशी घुसपैठियों का वोट बैंक के रूप में स्वागत करते हैं, जबकि हमारे अपने नागरिकों की पीड़ा का मजाक उड़ाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी लगातार हमारी सेना की सर्जिकल स्ट्राइक की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती रही है। क्या हम इस तरह के विश्वासघात को माफ कर सकते हैं? कभी नहीं!
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के दो चरणों का चुनाव हो चुका है। तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव एक अक्टूबर को होगा और आठ अक्टूबर को नतीजे घोषित होंगे।
--आईएएनएस
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