पटना, 18 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी के नाम के ऐलान और उनके द्वारा उपराज्यपाल के सामने सरकार बनाने के लिए विधायकों का समर्थन पत्र सौंपने के बाद भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, दिल्ली को ऐसा मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है, जिसके परिवार के लोग अफ़ज़ल गुरु को फांसी की सजा से बचाने के लिए संघर्ष करते थे।
उन्होंने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मन से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने मजबूरी से इस्तीफा दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी तो वह जेल से बाहर निकले।
सुप्रीम कोर्ट ने जमानत के दौरान, सख्त शर्त भी रखी थी। जिसके तहत वह किसी फाइल पर साइन नहीं कर सकते थे। मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं जा सकते थे। ऐसे में घर में बैठकर अरविंद केजरीवाल क्या करते। इसलिए मजबूरी में उन्होंने इस्तीफा दिया है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने आतिशी का नाम आगे किया।
भाजपा नेता ने पूछा यह कैसा इस्तीफा है। यह तो खुद को लालू प्रसाद यादव समझ रहे हैं। कह रहे हैं मुख्यमंत्री कोई भी हो सरकार हम चलाएंगे। आम आदमी पार्टी के लोग कह रहे हैं कि आतिशी को कुछ महीने के लिए मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
यह लोग जनता की आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना इस्तीफा मंगलवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को सौंप दिया है। केजरीवाल के साथ आतिशी, दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, गोपाल राय मौजूद थे।
केजरीवाल के इस्तीफे से पहले विधायक दल की बैठक हुई। जिसमें आतिशी का नाम आगे किया गया।
कहा जा रहा है कि आतिशी का नाम खुद अरविंद केजरीवाल ने प्रस्तावित किया था। जिस पर सभी विधायकों ने अपना समर्थन दिया।
आतिशी पार्टी में केजरीवाल की सबसे नजदीक मानी जाती हैं। जब दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को जेल हुई थी तो उनकी जगह कालकाजी से विधायक आतिशी को सिर्फ कैबिनट में जगह ही नहीं दी गई। उन्हें सरकार में नंबर-2 भी बनाया गया।
सरकार में एक दर्जन से ज्यादा विभाग आतिशी को दिए गए।
--आईएएनएस
डीकेएम/जीकेटी
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.