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'वन नेशन-वन इलेक्शन' को कांग्रेस नेताओं ने बताया शिगूफा, कहा- व्यवहारिक नहीं

'वन नेशन-वन इलेक्शन' को कांग्रेस नेताओं ने बताया शिगूफा, कहा- व्यवहारिक नहीं

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IANS
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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

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नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्र की भाजपा सरकार ने बुधवार को वन नेशन-वन इलेक्शन को मंजूरी दे दी है। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस इसको शिगूफा बता रही है। कांग्रेस नेता और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता सज्जन सिंह वर्मा ने आईएएनएस से बात करते हुए इसको लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

आईएएनएस से बात करते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा सरकार द्वारा लाए गए वन नेशन-वन इलेक्शन को शिगूफा बताया। उन्होंने कहा कि ये व्यवहारिक नहीं है। क्या चुनी हुई राज्य सरकार को गिराया जाएगा? इस मुद्दे पर भाजपा के लोग ही बवाल मचाएंगे। चुनावी मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ये चीजें लगातार की जाती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि चुनावी मुद्दे अभी बेरोजगारी, महंगाई और आसामाजिक असमानता है। भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के कुछ नफरती चिंटू हमारे नेता राहुल गांधी के खिलाफ हिंसा और नफरत की बात कर रहे हैं, उससे देश में आक्रोश है और इससे ध्यान भटकाने के लिए इसको लाया गया है। ये हॉट एयर बैलून हैं, जो समय-समय पर छोड़े जाते हैं।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर आईएएनएस से बात करते हुए कहा, अपने विचारों को संपूर्ण राष्ट्र पर थोप देना, लोकतंत्र की मर्यादा के विपरीत है। हर व्यक्ति चाहता है कि वन नेशन-वन इलेक्शन हो, लेकिन इसको लेकर भाजपा के पास कोई रोडमैप नहीं है। इसको लेकर कोई कार्य योजना इन्होंने देश के सामने नहीं रखी। देश में विपक्ष भी है। लेकिन उनसे सुझाव लेने के लिए रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने एक भी बैठक नहीं की। ऐसे में एकतरफा निर्णय लेना, राष्ट्रहित में नहीं है।

कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने इसको लेकर कहा, जब सरकार के पास कोई मुद्दा नहीं होता तो एक अलग तरह का शिगूफा छोड़ देती है। इसी के तहत आज वन नेशन-वन इलेक्शन का शिगूफा लेकर आई है। जो सरकार चार विधानसभा के चुनाव एक साथ नहीं करा सकती, वो आज वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कर रही है। बिल आने पर हम सार्थक चर्चा करेंगे और सरकार से पूछेंगे कि ग्राम प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री तक के चुनाव वो एक साथ करा सकते हैं? एक देश एक चुनाव कराने के लिए क्या मोदी सरकार और जितने भी राज्य में भाजपा की सरकार है, वो इस्तीफा देगी? इन सभी मसौदों पर सार्थक चर्चा होनी चाहिए।

दरअसल, केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को वन नेशन-वन इलेक्शन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय कैबिनेट ने रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली कमेटी की रिपोर्ट को मंजूरी दी है।

बताया जा रहा है कि रामनाथ कोविंद के नेतृत्व वाली समिति ने वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को पहले ही सौंप दी थी। इसमें सुझाव दिए गए हैं कि देश में लोकसभा और राज्य विधान सभाओं के चुनाव एक साथ कराने चाहिए। इसके अलावा समिति ने सिफारिश की है कि निकाय चुनाव को भी लोकसभा और राज्य विधानसभा के संपन्न होने के बाद जल्द ही कराया जाए।

--आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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