चेन्नई, 13 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय हेलीकॉप्टर सारंग ने बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास तरंग शक्ति में मंगलवार को हवाई प्रदर्शन किया। भारत में आयोजित इस बहुराष्ट्रीय वायु सैनिक अभ्यास में यूरोप के टाइफून फाइटर जेट ने भी हिस्सा लिया।
भारतीय वायु सेना पहली बार बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास तरंग शक्ति की मेजबानी कर रहा है। अभ्यास में शामिल होने के लिए 51 देशों को आमंत्रित किया गया, जिसमें 12 देशों की वायु सेनाओं ने भारत आने की सहमति दी। दो चरणों में होने वाले अभ्यास का पहला चरण दक्षिण भारत के सुलूर में शुरू हो गया है, जो 14 अगस्त तक चलेगा।
इसमें जर्मनी, फ्रांस, स्पेन और ब्रिटेन की वायु सेनाएं भारत पहुंच चुकी हैं। उसके बाद दूसरा चरण 29 अगस्त से 14 सितंबर तक पश्चिमी क्षेत्र के जोधपुर में होगा, जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, बांग्लादेश, सिंगापुर, यूएई की वायु सेनाएं शामिल होंगी।
इससे पहले बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ शुरू होने पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हम भारत में इतने बड़े पैमाने पर अभ्यास आयोजित करने में सक्षम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि हम वर्षों से कई देशों के साथ द्विपक्षीय अभ्यास करते रहे हैं और यह पहली बार है कि हम इस पैमाने का बहुपक्षीय अभ्यास कर रहे हैं। हमारे पास छह अलग-अलग प्रकार के विमान हैं, जो आने वाले देशों के दो यूरो-फाइटर टाइफून और राफेल के साथ उड़ान भर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमने अभ्यास के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध वातावरण भी तैयार किया है, जहां हमने भारतीय वायु सेना के महत्वपूर्ण हिस्से सतह से हवा में मार करने वाले निर्देशित हथियार तैनात किए हैं। इसके अलावा कई तरह के रडार और एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम हैं, जो हर मिशन में विरोधियों के खिलाफ किसी तरह के नेटवर्क वातावरण में काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि पूरा अभ्यास प्रतिभागी वायु सेनाओं के साथ एक सामान्य डेटा लिंक के बिना सक्षम होना है, जो अपने आप में एक जटिल अभ्यास है। भारत की ओर से अभ्यास का मुख्य फोकस ‘आत्मनिर्भरता’ के तहत स्वदेशी क्षमताओं का प्रदर्शन करना होगा।
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