मुंबई, 9 अगस्त (आईएएनएस)। महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचाते हुए एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट पर आरोप लगाया है कि उन्होंने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर मुस्लिम समुदाय के हितों की अनदेखी की है।
पठान ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार वक्फ की जमीन मुसलमानों से छीनने का प्रयास कर रही है, तो ऐसे में उद्धव गुट के सभी नौ लोकसभा सांसद सदन से गायब रहे। इसके बाद वह कहते हैं कि कि लोकसभा चुनावों के दौरान उद्धव ठाकरे को मुस्लिम वोटों की जरूरत थी तो बड़ी संख्या में मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया।
वारिस पठान ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब वोट की जरूरत होती है, तो ये नेता मुसलमानों के पास आकर वोट मांगते हैं। लेकिन जब केंद्र सरकार उनके अधिकारों पर हमला कर रही है, तो वही नेता गायब हो जाते हैं। पठान का मानना है कि उद्धव ठाकरे के सांसदों की खामोशी इस बात की ओर इशारा करती है कि उन्होंने मुस्लिम समुदाय के साथ न्याय नहीं किया है।
उन्होंने महाराष्ट्र के मुसलमानों को इस मुद्दे पर जागरूक होने का आह्वान किया और कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में मुसलमान इसका जवाब देंगे। उनका कहना है कि इस बार चुनावों में हिसाब-किताब होगा और जिन्होंने मुसलमानों के हितों की अनदेखी की है, उन्हें इसका परिणाम भुगतना होगा।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और सभी राजनीतिक दल अपने-अपने समीकरणों को साधने में जुटे हुए हैं।
बता दें, गुरुवार को लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार ने वक्फ अमेंडमेंट बिल पेश किया। इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। इस बिल को जेपीसी में भेज दिया गया है।
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