नई दिल्ली, 1 अगस्त (आईएएनएस)। बुधवार की रात तेज बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। गाजीपुर थाने के अंतर्गत जलजमाव और भारी अव्यवस्था के चलते एक मां और उसके बेटे की जान चली गई। इसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष है और वो अरविंद केजरीवाल सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी दुर्गा प्रसाद ने आईएएनएस से कहा कि इस घटना में एक परिवार चला गया। सिर्फ कुछ घंटों की बारिश में ऐसी स्थिति बन रही है। वहीं दिल्ली की सरकार इसकी जिम्मेदारी खुद नहीं लेना चाहती, बल्कि केंद्र को जवाबदेह ठहरा रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के लोग कह रहे हैं कि दिल्ली के नाले और रोड मेरे कार्यक्षेत्र में नहीं आते, अगर ऐसा है, तो आप लोग इस्तीफा देकर ये जिम्मेदारी केंद्र सरकार को सौंप दीजिए।
स्थानीय निवासी ने आरोप लगाया कि हादसे के बाद मौके पर विधायक कुलदीप कुमार मोनू नहीं आए। एमसीडी और राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार है, जब इन्होंने नाला बनवाया, तो इसको ढकने का इंतजाम भी करना चाहिए था। अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार नहीं चला पा रहे हैं, उनको इस्तीफा दे देना चाहिए। स्थानीय लोगों द्वारा पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की जा रही है।
हादसे को लेकर एक अन्य स्थानीय निवासी प्रदीप कुमार ने कहा कि भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया था। ऐसे में राहगीरों को पानी से होकर गुजरना पड़ा। गहरे पानी में नजर नहीं आ रहा था कि कहां नाले खुले हुए हैं और कहां पर गड्ढा है। इसी के चलते मां-बेटे नाले में गिर गए और उनकी मौत हो गई। यह कोई छोटी घटना नहीं है। मृतकों के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए।
प्रदीप ने प्रशासन पर अव्यवस्था के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि दिल्ली पुलिस रेहड़ी पटरी वालों से पैसों की उगाही करती है। सड़क नहीं बनाई जाती, विभाग में मोटा पैसा भेजा जाता है। आम जनता के लिए कोई सुविधा नहीं है।
बता दें कि दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डीडीए एक नाले का निर्माण कर रहा है। बुधवार को मूसलाधार बारिश होने के बाद सड़क पर जलभराव हो गया। उसी रास्ते से गुजर रही महिला अपने बेटे के साथ नाले में गिर गए। हादसे में दोनों की मौत हो गई।
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