रामपुर, 25 जुलाई (आईएएनएस। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी में राजस्व की टीम गुरुवार को शत्रु संपत्ति को चिन्हित करने पहुंची। इस दौरान शत्रु संपत्ति विभाग के पर्यवेक्षक भी मौजूद रहे।
नायब तहसीलदार ने बताया कि मुकदमा में वांछित पैमाइश के चलते दोबारा पैमाइश की जा रही है। इसमें पिलर बनाकर सीमांकन किया जा रहा है। इससे पहले इस मामले में स्टे हो गया था। अब यह पैमाइश की जा रही है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान पर फिर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। आजम के खिलाफ एक मामला नदी की जमीन कब्जाने का है। जबकि, दो मामले शत्रु संपत्ति कब्जाने के हैं। कब्जा की गई जमीन को जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाया गया था।
शत्रु संपत्ति कब्जाने वाले मामलों में उनके अलावा पत्नी और दोनों बेटे भी आरोपी बनाए गए हैं। भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने शत्रु संपत्ति कब्जाने के मामले में केस दर्ज कराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि आजम खान ने शत्रु संपत्ति को अपने जौहर विश्वविद्यालय में मिलाया है। इस सिलसिले में राजस्व विभाग की टीम ने जांच शुरू की।
सपा नेता आजम खान ने साल 2006 में आलियागंज में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना का काम शुरू किया था।
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